तीर्थराज विमलकुण्ड पर गन्दगी का आलम, नगर पालिका प्रशासन का नही है ध्यान
कामां। तीर्थराज विमलकुण्ड लोगों की आस्था का केन्द्र व कामवन धाम का हृदय माना जाता है। इसका प्राकट्य विमल कन्याओं के प्रेमाश्रुओ से हुआ। अनेकों पुराण इसकी गाथाओं से भरे पड़े हैं। इसके दर्शनों के लिए अन्य प्रान्तों के लोग यहां आते हैं तथा आचमन,पूजन,स्नान व परिक्रमा कर मोक्ष की कामना करते हैं। दिनों दिन तीर्थराज उपेक्षा का शिकार होता जा रहा है। तीर्थराज में जल की कमी,घाटों पर काई से फिसलन,पीने के पानी की व्यवस्था नही है। साथ ही तीर्थराज विमल कुण्ड का रास्ता दर्शाता संकेतक जिसके नीचे ही गन्दगी का अंबार लगा हुआ है। ऐसा नहीं कि स्थानीय अधिकारियों को इसकी जानकारी नही हो लेकिन साफ सफाई पर कोई ध्यान नही है। दर्शनार्थियों ने बताया कि तीर्थराज विमलकुण्ड परिक्रमा की सफाई के बाद जो कूड़ा-करकट निकलता है उसे इसी जगह डाल दिया जाता है। जिससे दिन प्रतिदिन गन्दगी का ढेर बढ़ता जा रहा है। लेकिन नगर पालिका प्रशासन के द्वारा इसे अभी नही उठवाया गया है। नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी राजेश पाठक ने बताया कि सोमवार को टैक्टर ट्राली को भेजकर कूडे को उठवा दिया जाएगा।