शिवाड़। पंकज शर्मा। 21 नवम्बर। घुश्मेश्वर महादेव मंदिर में संगीतमय शिव महापुराण कथा का शुभारंभ गुरुवार से कलश शोभा यात्रा के साथ हुआ। सुबह 8 बजे श्री कल्याण महाराज मन्दिर पर यजमान एडवोकेट कैलाश चंद्र शर्मा बोहरा परिवार द्वारा शिव महापुराण पोथी व कलशों की विधि विधान द्वारा पुजा अर्चना की गई। कलश यात्रा प्रारंभ होकर बाजार में पूरे नगर में भ्रमण करते हुए, कथा स्थल घुश्मेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। जिसमें हजारों धर्म प्रेमियों ने भाग लिया। प्रधान यजमान सर पर श्री शिव महापुराण की पोथी रखकर चल रहे थे। समस्त धर्म प्रेमी, महिला, पुरुष, बच्चे डीजे व बैंड बाजा की धुन पर नाचते गाते चल रहे थे। जगह-जगह यात्रा का पुष्पों की वर्षा कर स्वागत किया गया।
राष्ट्रिय कथा वाचक पंडित विष्णु शरण शास्त्री (जीवद वाले) गंगापुर सिटी ने बताया कि शिव महापुराण साक्षात शिव का रूप है। हम सभी को संसार में रहकर भी भगवान का आश्रय लेना चाहिए। भगवान के आश्रय के बिना जीवन का उद्धार नहीं हो सकता। जिस प्रकार बीज में विशाल वृक्ष समाया रहता है। वैसे ही संसार में ईश्वर समाया हुआ है। ईश्वर से ही संसार बनता है। अंतमती सो गति को समझाते हुए महाराज जी ने बताया कि अगर हमने अंत समय में भगवान का आश्रय ले लिया तो भगवान हमारा उद्धार करेंगे। उन्होंने देवराज ब्राह्मण और बिंदुक चंचुला की कथा से समझाया कि बड़े-बड़े पापी भी भगवान का आश्रय लेकर अपना जीवन धन्य बना चुके हैं। नवधा भक्ति में प्रथम भक्ति, श्रवण भक्ति बताया। सत्संग व कथा श्रवण से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। इसलिए कथा श्रवण जरूर करना चाहिए। यह कथा रोज 11 से 4:00 तक 21 नवंबर से 27 नवंबर चलेगी। जिसमें सजीव और सुंदर झांकियों का भी दर्शन कराया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेम प्रकाश शर्मा ने अपील की है कि सात दिवसीय सगीत मय शिव महापुराण कथा को सुनने के लिए क्षेत्रवासी अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर शिव महापुराण कथा सुनकर लाभ उठाएं।