नदबई-के गांव पिपरऊ में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ का समापन हवन, पूर्णाहुति के साथ हुआ। कथावाचक पंडित गिरधारीलाल शास्त्री महाराज ने 7 दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों को भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। कथा में श्रद्धालुओं ने भजनों का आनंद लिया। कथावाचक पंडित गिरधारीलाल शास्त्री महाराज ने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। कथा सुनने मात्र से मनुष्य को जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिल जाती है। नकारात्मकता दूर होने से उसका जीवन सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। कथा में प्रभु श्री राम और श्रीकृष्ण के भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया और कथा का आनंद लिया। वहीं कथा के समापन पर भंडारा का आयोजन किया गया। भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठ कर प्रसाद ग्रहण की। इस मौके पर परम पूज्य सद्गुरुदेव श्री श्री 108 श्री प्रेमदास महाराज, दिनेश दास त्यागी महाराज, श्यामसुंदर दास जी महाराज आदि मौजूद थे।