कुशलगढ़| इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला में अपने 72 साथियों के साथ शहादत दी थी। उनकी शहादत की याद में जुलूस की शक्ल में ताजिया निकाला जाता है।ताजिया बांस,कागज, स्टील,लकड़ी और चांदी से बनाया जाता है। ताजिया इमाम हुसैन की कब्र की नकल होती है। मुस्लिम समाज के लोगों ने धूमधाम से मोहर्रम का ताजियों का जुलूस मस्जिद से निकाला गया जो पैलेस रोड से होता हुआ गांधी चौक मुख्य बाजार पिपली चौराहे पर मोहर्रम शांतिपूर्ण तरीके से खेला गया। मोहर्रम के ताजिए रामगढ़,पाटी और काला खेत से भी शामिल हुए। इस अवसर पर कई लोग मोहर्रम ताजियों के सामने अपनी मन्नते छोड़ते हैं। मोहर्रम के 1 दिन पहले मेहंदी का भी जुलूस निकाला गया था। पिपली चौराहे से मोहर्रम ताजिए का जुलूस हिरण नदी के नागधरा पर विसर्जन किया गया। कुल नौ ताजिए बनाए गए थे। मोहर्रम के जुलूस में रामगढ़ पाटी नाथपुरा और कुशलगढ़ नगर के मुस्लिम समाज के महिलाएं पुरुष बच्चे बड़ी संख्या में मोहर्रम के जुलूस में शामिल हुए। मोहर्रम जुलूस में आज पुलिस भी बड़ी संख्या में तैनात थे। कुशलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक शिवन्या सिंह कुशलगढ़ थाना अधिकारी सवाई सिंह सोडा रमेश चंद्र सेन पाटन शानदार रामस्वरूप मीणा कसारवाडी थानेदार नरेंद्र सिंह कुशलगढ़ पुलिस चौकी हेड इंद्रपाल सिंह मोहर्रम जुलूस में निगरानी बनाए रखे हुए तैनात थे।