सवाई माधोपुर, 17 अक्टूबर। नार्को कोर्डिनेशन सेन्टर जिला स्तरीय कमेटी की बैठक अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि नशा एक बीमारी है, जिसका उपचार किया जा सकता है। समय रहते उपचार नहीं किया, तो समस्या बढ़ सकती है। नशे के आदियों की जिंदगी बचानी है। फील्ड स्तरीय कर्मचारियों द्वारा चिह्निकरण के बाद मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग करवाई जाए। उन्होंने बताया कि किसी भी जानकारी, सूचना के लिए नशा मुक्ति को लेकर बने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम नंबर 07462 – 222999 पर संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने अतिरिक्त शिक्षा अधिकारी एजाज अली को निर्देशित करते हुए कहा कि युवाओं को नशे से बचाने के लिए विद्यालयों का भूमिका अत्याधिक महत्वपूर्ण है। सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों में नशा मुक्ति को लेकर लघु नाटक, वाद-विवाद प्रतियोगिता के साथ-साथ मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से जागरूकता गतिविधियों का आयोजन करवाया जाए। विद्यार्थियों को नशा ना करने की शपथ दिलाई जाए। प्रत्येक गांव में जागरूकता समूह का गठन कर गांवों में समय-समय पर नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए जाए। साथ ही उन्होंने एनडीपीएस अधिनियम 1985 के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने के निर्देश प्रदान किए।
उन्होंने निर्देश दिए कि नशीले पदार्थों और नशीली दवाओं के क्रय-विक्रय की सख्त मॉनिटरिंग की जाए। जिले में ट्रामाडोल, कोडिन आधारित खांसी की दवाई जैसे साइकोट्रोपिक पदार्थ की अवैध खपत, भांग के वैध ठेकों पर संचालित अवैध गतिविधियों पर रोकथाम लगाने के निर्देश प्रदान किए।
उन्होंने मध्यप्रदेश के साथ लगने वाली अन्तर्राज्यीय सीमा पर नाकाबंदी बढ़ाकर ड्रग्स के अवैध परिवहन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारी को प्रदान किए। उन्होंने कहा कि राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी स्वयं जागरूक रहकर अपने दायित्वों को निवर्हन करें।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसओजी आहद खान, उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग गौरीशंकर मीणा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी एजाज अली, ड्रग नियंत्रण अधिकारी विनीत कुमार मिŸाल, एएसआई तपस्या योगी, पेट्रोलिंग अधिकारी सुरेश कुमार यादव, सीओ एससी/एसटी मनीष शर्मा आदि उपस्थित रहे।