पूर्व सरपंच ने बेच डाली पंचायत की जमीन, भवन निर्माण कर अब हो रहा अवैध शराब का कारोबार
ग्राम पंचायत पसुन्द के पूर्व सरपंच पर्वत सिंह आशिया पिता स्व० जयकरण सिंह आशिया द्वारा ग्राम पंचायत पसुन्द के मालिकाना हक की जमीन को अपने पिता के नाम का पुश्तेनी कब्जा बताकर लाखो में बेच डाली । शिकायत कर्ता सुरेश जोशी पिता चुन्नीलाल जोशी ने इस प्रकरण को लेकर राजनगर थाने में धोखाधड़ी व सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज करवाया है । वर्तमान सरपंच अयन जोशी ने बताया कि ग्रामवासियों की शिकायत व प्रस्तुत दस्तावेज पर संज्ञान लिया तो सामने आया कि उक्त जमीन 1986 से लेकर 2005 तक पंचायत समिति, राजसमन्द के अधीन थी एवं 1986 से 2005 तक उक्त दुकाने व ज़मीन हर वर्ष किराये हेतु नीलाम की जाती थी एवं किराया पंचायत समिति राजसमन्द में किरायेदार द्वारा जमा करवाया जाता था । 2005 में पंचायत समिति राजसमंद ने ग्राम सभा मे प्रस्ताव लेकर सहायक अभियंता के मूल्यांकन के अनुसार ग्राम पंचायत पसुन्द के तत्कालीन सरपंच पर्वत सिंह आशिया द्वारा एक लाख रुपये ग्राम पंचायत के राजकोष से पंचायत समिति राजसमन्द के राजकोष में जमा करवाने पर उक्त जमीन पर बनी चार दुकाने एवं उसके पीछे की जमीन का मालिकाना हक पंचायत समिति राजसमंद द्वारा लिखित में ग्राम पंचायत पसुन्द को दे दिया गया था । कुछ साल निकलने के बाद अगले कार्यकाल में पूर्व सरपंच पर्वत सिंह आशिया की पत्नी शोभा कुंवर ने सरपंच पदभार संभाला एवं पर्वत सिंह आशिया उपसरपंच पद पर बने रहे । उस वक़्त 2014 दिसम्बर में इनकी मिलीभगत से अपने पिता जयकरण सिंह आशिया के नाम पर उक्त सरकारी जमीन की लाइट कनेक्शन का अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करवाया गया एवं उस आधार पर 2016 में पर्वत सिंह आशिया ने उक्त सरकारी जमीन को अपना 50 वर्षो पुराण पुश्तेनी कब्ज़ा बताकर राजेंद्र टांक पिता छगनलाल टांक से मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर राजेन्द्र टांक के नाम पर रजिस्ट्री करवा ली गई । एवं सरकारी जमीन को लाखों रुपये में बेचकर उसपर भवन निर्माण कर लिया गया । जब पंचायत द्वारा टीम गठित कर वहाँ का मौका पर्चा बनवाया गया तो पाया कि उक्त जमीन पर भवन बनाकर इनके द्वारा अवैध रूप से शराब की बिक्री का कारोबार चलाया जा रहा है ।
शिकायत मिलने पर ग्राम पंचायत ने कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुए प्रशाशन से पंचायत मालिकाना हक की जमीन से अवैध निर्माण व अतिक्रमण हटाने के लिए जाब्ते की मांग कर रखी है । सरपंच जोशी का कहना है कि पूर्व सरपंच पर्वत सिंह आशिया, पूर्व सरपंच शोभा कुंवर, मनसुख प्रताप सिंह व राजेन्द्र टांक द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर यह पूरा षड्यंत्र रचा गया है एवं इस मामले को लेकर पिछले 3 वर्षों से प्रशासन को गुमराह कर बेवकूफ बनाया जा रहा है । साथ ही इस मामले में पूर्व सरपंच भेरूलाल पालीवाल द्वारा कुछ ही दिनों पूर्व इसी जमीन का फर्जी निशुल्क पट्टा बनाकर अतिक्रमी राजेन्द्र टांक को देने का मामला भी सामने आया है जिसपर सरपंच जोशी ने उक्त पट्टे की जांच की मांग भी की है । राजनगर थाना पुलिस इस प्रकरण की गंभीरता से जांच कर रही है । जल्द ही आरोपी सामने होंगे और उन्हें सजा मिलेगी ।
के के ग्वाल