मनमोहक श्रृंगार को देखने उमड़े भक्त, भजन-कीर्तन का किया आयोजन
भीलवाडा। श्री सांवलिया सेठ मंदिर समिति नौगांवा की ओर से माधव गौशाला स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में रविवार को वैशाख मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर भगवान के अद्भुत एवं मनमोहक श्रृंगार दर्शन हुए। भीषण गर्मी को देखते हुए विशेष रूप से, सांवलिया सेठ के प्रांगण में फुव्वारा और जलजारी स्थापित की गई, जिससे वातावरण और भी दिव्य एवं आनंदमय हो गया। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया कि सांवलिया सेठ केशरीया रंग की घेरदार पोशाक में सुशोभित थे। उनकी पोशाक पर सुनहरी और लाल रंग की गोटा किनारी का अद्भुत काम किया गया था, जो उनकी शोभा में चार चांद लगा रहा था। सर पर मोरपंखों से सुसज्जित पाग उनकी सुंदरता को और भी बढ़ा रहा था। उनके दिव्य मस्तक पर केसर चंदन का तिलक अत्यंत मनोहारी लग रहा था। अपने हाथों में शंख, चक्र और गदा धारण किए हुए, वे भक्तों को अभय का आशीर्वाद दे रहे थे। गले में मोतियों की सुंदर माला, स्वर्णिम कंठा और कमल की माला उनकी दिव्य छवि को और भी आकर्षक बना रही थी। श्रृंगार में, सांवरिया सेठ फूलों के बीच में मधुर मुरली बजाते हुए दिखाई दिए, जिसकी मनमोहक ध्वनि से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया। यह दृश्य इतना अद्भुत था कि हर भक्त का मन आनंद और प्रेम से भर गयाआज के इस विशेष दर्शन के साथ, मंदिर परिसर में भक्तों के लिए भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने मिलकर प्रभु के गुणगान गाए। इसके पश्चात, सभी भक्तों को प्रेमपूर्वक प्रसाद का वितरण किया गया। दूर-दूर से पदयात्रा करके आए भक्तों ने भी बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ दर्शन किए और प्रसाद ग्रहण किया। यह दिन श्री सांवलिया सेठ के भक्तों के लिए अत्यंत पावन और आनंददायक रहा। सभी ने इस मनमोहक श्रृंगार दर्शन का लाभ उठाया और प्रभु के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की।