युवा परिषद् की मांगो के लेकर एनसीएमईआई ने एनसीएम के सचिव को लिखा पत्र
जयपुर l राजस्थान समग्र जैन युवा परिषद् के मांग पत्र की मांगो के समाधान एवं प्राकृत भाषा को मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक भाषा दक्षता एवं सम्प्रेषण कौशल विकाश योजना में शामिल करवाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग भारत सरकार के अध्यक्ष जस्टिस नरेन्द्र कुमार जैन के दिशा निर्देशानुसार आयोग के अवर सचिव जय प्रकाश जी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सचिव को पत्र लिखकर अपने स्तर पर आवशयक कार्यवाही कर अल्पसंख्यक वर्ग के जैन समुदाय को अनुग्रहित करने के लिए अनुरोध किया l
अल्पसंख्यक वर्ग के अन्य समुदाय के युवा वर्ग के सुझावों के आधार पर बनाए गए मांग पत्र के मुख्य बिन्दु निम्न है –
1.भारत के प्रत्येक राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश में अल्पसंख्यक वर्ग के जैन समुदाय की संस्कृति,धार्मिक सम्पत्तियों की सुरक्षा/संरक्षण,जैन आचार्यो/संतो की सुरक्षा एवं चर्या के संरक्षण हेतु “श्रमण संस्कृति बोर्ड” का गठन किया जाये l
2.प्राकृत भाषा के शिक्षण के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराते हुए प्रत्येक राज्य में प्राकृत अकादमी की स्थापना की जाए जिसमे प्राकृत भाषा के विभिन्न कोर्स करने की व्यवस्था की जाए तथा जैन इतिहास की आमजन को सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए प्रत्येक राज्य के प्रमुख विश्वविद्यालयो मे ऋषभ शोधपीठ एवं संग्रहालय की स्थापना की जाए l
3.भारत सरकार की ओर से अल्पसंख्यक वर्ग के लिए दी जा रही अनुदान राशि में तत्काल बढ़ोत्तरी की जाए ताकि अल्पसंख्यक वर्ग की बिखरी आबादी को भी लाभ मिल सके l
4.लोकसभा/राज्यसभा/विधानसभा/विधान परिषद् की सीटो के निर्धारण में अल्पसंख्यक वर्ग के जैन समुदाय की सूमुचित भागीदारी सुनिश्चित की जाए l
5.अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं को उधम चलाने/स्थापित करने एवं रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम,प्रशिक्षण चलाने हेतु आर्थिक सहायता सुगम तरीके से उपलब्ध कराई जाए l
6.अल्पसंख्यक वर्ग के सभी समुदायों/ क्षेत्रों में सामाजिक/शैक्षणिक/आर्थिक उत्थानो हेतु विशेष प्रयोजन किए जाए, ताकि अल्पसंख्यक वर्ग के सभी समुदाय मुख्य धारा में शामिल हो सके, और अब तक भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक वर्ग के लिए किए गये सभी प्रयास/उपाय एवं योजनाओं की समीक्षा कर वर्तमान मे आवश्यकतानुसार नई योजना विकास कार्यक्रम लागू किये जाए l
7.राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में सलाहकर एवं विशिष्ट आमन्त्रित सदस्यो की नियुक्ति करते समय जैन समुदाय के लोगो को विशेष प्राथमिकता प्रदान की जाए और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की तर्ज पर सभी राज्यो के अल्पसंख्यक आयोग में भी सलाहकार एवं विशिष्ट आमन्त्रित सदस्यो की नियुक्ति की जाए जिससे प्रत्येक समुदाय की वास्तविक स्थिति का पता चल सके l
इस अवसर पर राजस्थान समग्र जैन युवा परिषद् के सभी पदाधिकारियों एवं समाज श्रेष्ठियो ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग भारत सरकार के अध्यक्ष जस्टिस नरेन्द्र कुमार जी जैन तथा आयोग के अन्य सदस्यों एवं शैक्षणिक संस्था आयोग के प्रशासनिक अधिकारियों को उचित कार्यवाही करने के लिए धन्यवाद दिया और अल्पसंख्यक वर्ग के जैन समुदाय के प्रति उदारपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने के आभार व्यक्त किया |