कंपनी के मनमानी के आगे यातायात व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने में असफल साबित हो रहे जिम्मेदार
प्रयागराज।राष्ट्रीय राजमार्ग 35 प्रयागराज बांदा के किनारे संचालित जेके सीमेंट प्लांट की मनमानी बढ़ती जा रही है। इसी रोड के किनारे ढाबा संचालन करने वाले ढाबे में ट्रक चालक सड़कों और पटरी पर वाहन को खड़ा करके ढाबा में खाना खाने चले जाते हैं।उसके बाद चालक ढाबे में आराम फरमाने लगते हैं कई कई घंटे ढाबे के बाहर सड़क और पटरी पर चालक वाहन खड़ा कर देते हैं जिससे दुर्घटनाएं होती हैं।राष्ट्रीय राजमार्ग पर आए दिन होने वाले दुर्घटनाएं इसका एक प्रमुख कारण है।ढाबा संचालकों के पास पार्किंग व्यवस्था नहीं है फिर भी राष्ट्रीय राजमार्ग ढाबा का संचालन किया जा रहा है। ढाबा संचालकों की दबंगई के आगे उनके ढाबों के आगे सड़क पर खड़े वाहनों पर कौन रोक लगाएगा यातायात व्यवस्था सुधार करने का जिम्मा लिए यातायात प्रभारी भी ढाबा संचालकों की दबंगई के आगे मजबूर दिखाई पड़ रहे हैं या यह कह लिया जाए की यातायात प्रभारी भी ढाबा संचालकों से प्रत्येक महीने कुछ रुपए की वसूली करके अपनी जुबान बंद कर लिए हैं। सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि ढाबा संचालकों से एक बंधी हुई रकम प्रत्येक महीने यातायात विभाग को जाती है जिससे ढाबा संचालकों के गुनाह पर कार्यवाही करने के बजाय उनके गुनाहों पर पर्दा डालते देखे जाते हैं।ढाबों के बाहर सड़कों पर वाहन खड़ा करने का यह मामला बेहद गंभीर है और आला अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेकर बढ़ती दुर्घटनाओं पर रोक लगाने का प्रयास करना होगा नहीं तो आए दिन ऐसे ही दुर्घटनाएं होती रहेगी लोग काल के गाल में समाते रहेंगे।रोड पर ट्रकों को खड़ा करके चालक दरू पीने ठेके पर चले जाते हैं अब सवाल उठता है कि सड़क पर वहां खड़ा करके दारू पीना किस कानून और नियम में आता है लेकिन इस बात को ना तो थाना पुलिस मानती है ना यातायात पुलिस मानने को तैयार है। ढाबा संचालकों की तानाशाही का आलम यहीं खत्म नहीं होता है शंकरगढ़ क्षेत्र में सड़क के किनारे खुले ढाबो में खाना खाने जाने वाले वाहन चालक सड़क और पटरी पर वाहन खड़ा करते हैं। इस क्षेत्र के ढाबा संचालकों पर कार्रवाई किए जाने की जरूरत है लेकिन अभी तक यातायात पुलिस थाना पुलिस ने ढाबा संचालकों के मनमानी पर कार्यवाही करते हुए मुख्य सड़क पर खड़े वाहनों को रोकने की पहल नहीं की है।राष्ट्रीय राजमार्ग सहित विभिन्न सड़कों और पटरी पर ट्रक खड़ी करके चालक ढाबा में खाना खाने चले जाते हैं जिससे सड़कों पर अव्यवस्था फैल जाती है और दुर्घटना का कारण बनता है। बिना पार्किंग व्यवस्था के खुले ढाबा संचालकों के ढाबा को बंद कराए जाने की जरूरत है उनके लाइसेंस को रद्द कर इस तरह के ढाबे बंद कर दिए जाए जिनके वाहन चालक पटरी और सड़क पर पार्किंग करते हैं जिससे दुर्घटनाएं रुक सके।