नया सीखने की उम्र नहीं होती- नीरज के पवन

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शारीरिक शिक्षकों की वाकपीठ शुरू

बांसवाड़ा| संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने कहा कि जीवन के हर वय में व्यक्ति को सीखने का प्रयास करना चाहिए। नियमित अभ्यास से ही कुशलता आती है। विद्यालयों में नियमित खेल संचाल से अनुशासन स्वतः आता है। उन्होंने यह बात गुरुवार को श्री हरिदेव जोशी रंगमंच में माध्यमिक शिक्षा विभाग के शारीरिक शिक्षकों की जिला स्तरीय वाकपीठ के उदघाटन में कही। उन्होंने शारीरिक शिक्षकों से छात्रों को खेलों के संचालन के लिए नवीन नियमो का जानकार रहने का आह्वान किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी मावजी खांट ने की। उन्होंने शारीरिक शिक्षकों से तीन दिवसीय आयोजन के प्रत्येक घटक में गम्भीरता से भाग लेने को कहा। विशिष्ट अतिथि जिला खेल अधिकारी धनेश्वर मईड़ा एवं ओलंपियन दीपिका बामनिया रही। कार्यक्रम में वाकपीठ अध्यक्ष वीरचन्द मईड़ा, शारीरिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद पानेरी ने विचार व्यक्त करते हुए शारीरिक शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग की। मगारावि कुशलबाग के संयोजन में हुए कार्यक्रम में मानशंकर गरासिया, अनिशा जैन, कुशलबाग के संस्था प्रधान भूपेश वर्मा, राकेश जोशी, कपिल जोशी, अचल मालोत, लक्ष्मीनारायण टेलर, बापूलाल माली, अविनाश चौबीसा, रुक्मणि गरासिया, रफीक मोहम्मद, कांतिलाल डामोर, दिनेश्वरी पाठक, कमलेश्वर सिंह, भूषण त्रिवेदी, राजेश भगोरा ने किया। कार्यक्रम का संचालन रामसिंह चौहान ने किया। आभार सूर्यनारायण पण्डया ने व्यक्त किया। दूसरे सत्र में विभिन्न खेलों की वार्ताएं दी गयी। इसमें सेपेक टकरा पर राकेश जोशी, योगा पर पवन पाटीदार, टेबल टेनिस पर राकेश शुक्ला, वेट लिफ्टिंग पर योगेश पाटीदार, खो खो पर धन्नालाल खांट व रफीक मोहम्मद, शतरंज पर विमल व्यास,कबड्डी पर तोलाराम डामोर व राजहंस निनामा, फुटबाल पर अभयदान खराड़ी व रमणलाल निनामा, हैंडबॉल पर आशीष दूबे व रवि चौहान, कराटे पर परितोष भावसार ने जानकारी दी। सायंकालीन सत्र में सीडीईओ शंभूलाल नायक ने शारीरिक शिक्षकों को खेलों के संचालन के लिए ऑनलाइन अपडेट रहने के निर्देश दिए। ये जानकारी विनोद पानेरी ने दी।


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