विकास कार्यों मे लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं- डीएम

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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निर्माण कार्यों एवं विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

विकास कार्यों मे लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं- डीएम

प्रयागराज। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में बुधवार को संगम सभागार में 50 लाख रूपये से अधिक की लागत वाले निर्माण कार्यों एवं विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने पीडब्लूडी, सेतु निगम, यू0पी0 सिड़को, यू0पी0पी0सी0एल0 यू0पी0आर0एन0एस0एस0, आवास-विकास परिषद, सी0एण्ड0डी0एस0 सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जो भी निर्माण कार्य चल रहे है, वे सभी कार्य गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण हो। किसी भी दशा में रिवाइज इस्टीमेट की स्थिति न होने पाये। जिलाधिकारी ने पूर्ण हुए भवनों/निर्माण कार्यों की थर्ड पार्टी से जांच अनिवार्य रूप से कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी कार्य मानक के अनुसार पूर्ण होने के बाद ही हस्तातंरण की कार्यवाही पूर्ण हो, इसके साथ ही उन्होंने चल रहे निर्माण कार्यों की नियमित रूप से जांच जनपद स्तरीय अधिकारियांे की टीम से भी कराये जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने सेतु निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी निर्माणाधीन कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि सभी कार्य प्रत्येक दशा में निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करा लिए जाये। बक्शीबांध ओवर ब्रिज के निर्माण कार्य को शीघ्रता के साथ पूरा कराये जाने के निर्देश दिए है। जल निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के तहत कराये जा रहे कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराने के साथ ही साथ उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि सड़कों के किनारे पीडब्लूडी के द्वारा निर्धारित मानक दूरी पर ही खुदायी का कार्य किया जाये साथ ही साथ उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जैसी स्थिति में सड़के रही है, कार्य के बाद उसी स्थिति में पुनः बनाना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने योजनाओं की समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित रहें। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने बैठक में अनुपस्थित रहने एवं कार्य की प्रगति ठीक न पाये जाने पर उपायुक्त उद्योग का वेतन रोकने के साथ ही उनसे स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। उन्होंने बैठक से अनुपस्थित रहने पर अधीक्षण अभियंता विद्युत का भी वेतन रोकने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को स्कूलों का निरंतर निरीक्षण करते रहने के लिए कहा है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान मिड-डे मिल में बच्चों को मिलने वाले भोजन की भी गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को लक्ष्य के सापेक्ष पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों से नई सड़कों के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण ढंग से पूर्ण किया जाये, कहीं पर भी सड़कों के निर्माण कार्य में कोई कमी पायी जाती है, तो सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।जिलाधिकारी ने कार्य में लापरवाही बरतने पर पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियंता का वेतन रोकने के निर्देश दिए है। उन्होंने कन्या विवाह सहायता योजना अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों का निर्धारित समयसीमा के बाद भी लम्बित रहने पर नाराजगी जताते हुए श्रम प्रवर्तन अधिकारी से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 आशु पाण्डेय, परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्या, जिला विकास अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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