एनजीटी को नहीं दिख रहा अंडा फैक्ट्री व पीपीजीसीएल का प्रदूषण महामारी के शिकार हो रहे लोग
प्रयागराज।जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ के शिवराजपुर, बेनीपुर, लखनपुर, गाढ़ा कटरा, हड़ही,गुलरहाई, लेदर व आम गोंदर आदि घनी आबादी जैसी जगह के बीच अंडा फैक्ट्री खोले जाने से लोगों के जन जीवन पर खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीण जन हैजा, उल्टी, दस्त व अन्य संक्रामक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। ग्रामीण बद से बदतर हालात में अपने जीवन यापन करने को मजबूर हैं परंतु उनकी समस्या सुनने कोई भी जनप्रतिनिधि सांसद , विधायक, मंत्री व आला अधिकारी नहीं पहुंचते हैं।जबकि इसी रोड पर प्रभु श्री मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का धाम चित्रकूट है जहां सांसद, विधायक, मंत्री व आला अधिकारी आए दिन इसी रोड से होकर गुजरते हैं बावजूद इसके अंडा फैक्ट्री के प्रदूषण पर शायद किसी की नजर नहीं पड़ती। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई बार जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी बारा से की परंतु उन्होंने भी गरीब मजदूर वर्ग के लोगों की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। जबकि वर्तमान सरकार सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का ढिंढोरा पीटते नहीं थकती लेकिन नजारा इससे इतर है। वहीं क्षेत्र के लोग घुट घुट कर जीवन यापन करने को मजबूर हैं। शंकरगढ़ क्षेत्र के पश्चिमी छोर पर अंडा फैक्ट्री का प्रदूषण और पूर्व क्षेत्र की छोर पर पीपीजीसीएल के जहरीले धुएं का प्रकोप क्षेत्रवासी झेल रहे हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण से पेड़ पौधों की हरियाली खत्म हो रही है। सड़कों पर उड़ती धूल के कण एवं प्रदूषण की मार से झेल रहे पेड़ पौधों की स्थिति बद से बदतर हो रही है। पीपीजीसीएल से निकलने वाले डस्ट से ओवरलोडिंग ट्रांसपोर्टिंग के कारण पेड़ पौधे काले दिखने लगे हैं जो बिना हवा के भी धूल कण उड़ते नजर आते हैं। इन धूल धूसरित कणों से सूरज की किरणें भी फीकी नजर आती है।ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जिलाधिकारी व परगना अधिकारी से इस अंडा फैक्ट्री को यहां से हटवा कर किसी और अन्य जगह पर शिफ्ट किए जाने एवं पीपीजीसीएल के बढ़ते वायु प्रदूषण से संबंधित विभाग को संज्ञान में लेने की मांग की है।