भरतपुर जिले की बहुचर्चित पंचायत समिति उच्चैन के प्रधान पद के विरुद्ध पंचायत समिति सदस्यों की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सोमवार को पारित हो गया। गत विधानसभा चुनावों के बाद से पंचायत समिति के प्रधान पद के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सरगर्मियां बनी हुई थी। करीब दो माह पूर्व उच्चैन के पंचायत समिति सदस्यों की ओर से भरतपुर जिला परिषद के मुख्य अधिकारी के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने हेतु आवेदन किया गया था। जिसे लेकर सोमवार को रिटर्निंग अधिकारी राजीव शर्मा की अध्यक्षता में उच्चैन के पंचायत समिति कार्यालय परिसर में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए बैठक आहूत की गई। जिसमें पंचायत समिति के 15 सदस्यों में से 14 सदस्य उपस्थित हुए। रिटर्निंग अधिकारी राजीव शर्मा ने बताया कि उपस्थित हुए 14 सदस्यों में से 13 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में व एक ने अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध मतदान किया। इस अविश्वास प्रस्ताव के पश्चात अब उच्चैन के राजनीतिक गलियारों में जहां तरह तरह की चर्चाएं होने लगी हैं। वहीं अब राजनीतिक समीकरणों में भी काफी बदलाव आएगा। आपको बता दें उच्चैन नदबई विधानसभा क्षेत्र से तत्कालीन विधायक और उत्तर प्रदेश के मूल निवासी जोगेंद्र सिंह अवाना जो गत विधानसभा चुनाव भी हार गए थे। उसके बाद उनके पुत्र एवं पंचायत समिति प्रधान हिमांशु अवाना के विरुद्ध यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था । जिससे सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि राजनीति में कब क्या हो जाए और कब कोई अर्श से फर्श पर आ जाए। शायद इसीलिए जनता को जनार्दन भी कहा गया है। इस अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने के बाद अब महत्वकांक्षी लोगों व प्रधान पद पाने के आतुर सदस्यों में गहमागहमी मच गई है और अपनी अपनी गोटी फिट करने की कवायत तेज हो गई है।