झांसी। शनिवार को नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज संघ झांसी मंडल के अध्यक्ष रामकुमार सिंह, मंडल सचिव भानु प्रताप सिंह चंदेल, सहायक मंडल सचिव मोहम्मद उमर, महेंद्र सेन, मंडल उपाध्यक्ष के एस शुक्ला,कारखाना शाखा सचिव इंद्र विजय सिंह, विद्युत एवं डीजल शेड शाखा सचिव गजेंद्र साहू ,सी एण्ड डब्ल्यू कमर्शियल शाखा अध्यक्ष विक्रम सिंह, लाइन शाखा सचिव सुनील राय द्वारा महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेल श्री अशोक कुमार वर्मा जी के झांसी आगमन पर ज्ञापन सौंपा गया जिसमें निम्न समस्याएं प्रमुख रूप से समाधान हेतु प्रस्तुत की गई।
1) मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय झांसी में कार्मिक विभाग में विभिन्न अनुभागों में कार्यरत लिपिक एवं कार्यालय अधीक्षकों के लिए उपलब्ध कंप्यूटरों की संख्या पर्याप्त न होने के कारण कार्य करने में बाधा आती है । संघ की मांग है कि कंप्यूटर सिस्टम के साथ प्रिंटर एवं यूपीएस भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।
2) वाणिज्य विभाग में विभागीय सी सी टी सी परीक्षा विगत 6 वर्षों से लंबित है एवं टिकट चेकिंग संवर्ग में रिक्तियों की वजह से कार्यरत स्टाफ पर कार्य का बहुत अधिक बोझ पढ़ने के कारण स्टाफ तनाव ग्रस्त रहता है, संघ की मांग है कि शीघ्र ही रिक्तियां भरने के लिए विभागीय परीक्षा कराई जाए।
3) टिकट चेकिंग संवर्ग में महिलाओं की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है, झांसी मंडल की महिला टिकट चेकिंग कर्मी गाड़ियों में कार्य करके जब विश्रामगृह में पहुंचती हैं तो रुकने की अलग व्यवस्था न होने के कारण बहुत ही असुविधा का सामना करना पड़ता है। संघ की मांग है कि शीघ्रातिशीघ्र उचित व्यवस्था की जाए ताकि महिला टिकट चैकिंग स्टाफ की गरिमा बनी रहे।
4) मंडल रेलवे चिकित्सालय झांसी में भर्ती मरीजों के लिए जो पलंग हैं वह सभी त्यक्त करने योग्य हैं मरीज को ऐसे एडजेस्टेबल पलंग उपलब्ध कराए जाएं जिससे उन्हें अतिरिक्त पीड़ा न झेलना पड़े।
5) चिकित्सा मद में फंड की अनुपलब्धता के कारण झांसी मंडल के कार्यरत एवं सेवानिवृत कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को गंभीर बीमारियों में रेलवे से अनुबंधित उच्च चिकित्सालय में भेजा जाता है जहां पर आधे उपचार के बाद कुछ जांचों के लिए यह कहकर कि इसका टाई अप नहीं है अतिरिक्त चार्ज वसूला जाता है इससे बहुत ही जटिल स्थिति पैदा हो जाती है और परिजन परेशान होते हैं इसका स्थाई समाधान किया जाए।
6) 31 दिसंबर 2015 को झांसी मंडल में पदोन्नत लोको पायलट की वेतन विसंगति को दूर करते हुए वरिष्ठ लोको पायलट का कनिष्ठ लोको पायलट से नियम अनुसार प्रोफार्मा वेतन निर्धारण कर की जाने वाली कटौती बंद की जाए।
7)लोको रनिंग तथा ट्रैक मेंटेनर कैटेगरी में महिला रेल कर्मियों के कैडर परिवर्तन की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
8)झांसी में टेरिटोरियल आर्मी के लिए आवंटित जमीन का अधिग्रहण पुनः रेलवे ने किया है जिसका उपयोग उत्तर मध्य रेलवे के कर्मचारियों को यातायात प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाकर किया जा सकता है उत्तर मध्य रेलवे के कर्मचारियों को प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठ्यक्रमों के लिए उत्तर रेलवे के प्रशिक्षण केंद्र चंदौसी भेजा जाता है, जहां के लिए झांसी मंडल के कर्मचारियों के लिए कोई भी सीधी गाड़ी नहीं होने से भारी समस्या का सामना करना पड़ता है अतः प्रशिक्षण केंद्र झांसी में बनाकर उक्त समस्या का स्थाई समाधान करने का अनुरोध है
9) डीजल लोको शेड, विद्युत लोको शेड एवं वर्कशॉप के कर्मचारियों को डीजल लोको शेड के सामने बने समपार फाटक बंद होने के कारण ड्यूटी आने-जाने में सुविधा होती है डीजल लोको शेड के सामने बने फाटक के ऊपर से ओवर ब्रिज बनवाने की व्यवस्था करने का अनुरोध है। 10)इंजीनियरिंग विभाग की ट्रैक मेंटेनर कैटेगरी में इंटेक कोटा के तहत लंबे समय से रिक्तियां नहीं भरी गई है इन सभी रिक्तियों को नियमानुसार निर्धारित समय अवधि में भरवाने की प्रक्रिया अपनाई जाना सुनिश्चित की जाए।
11)रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली में पूर्णकालिक स्प््् स्पा डब्ल्यू ए तो एस ई ई एम एम स्लो आई एवं चिकित्सा की पदस्थापना की जाए ताकि कर्मचारियों की समस्याओं का निदान होने के साथ-साथ प्रशाशनिक व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल सके। 12)सिथौली रेल स्प्रिंग कारखाना में वर्ष 2024,2025 ,2026 में 60 से अधिक कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति है अतः संघ मांग करता है कि कारखाने को सुचारू रूप से चलाने के लिए नए कर्मचारियों की भर्ती की जाए।
13)रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली की आवासीय कॉलोनी जर्जर हालत में है संघ मांग करता है कि रेल स्प्रिंग कार खाने से सिथौली के लिए ग्वालियर स्थित रेलवे कॉलोनी में आवासीय कोटा रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली के कर्मचारियों के लिए सुनिश्चित किया जाए।
14)इकहरी लाइन से दोहरी लाइन तथा दोहरी लाइन से तीसरी लाइन वाले खंड में रेलवे का इंफ्रास्ट्रक्चर तथा गाड़ियों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है लेकिन उस अनुपात में सभी विभागों (परिचालन, इंजीनियरिंग,एस एंड टी, वाणिज्य विभाग)के कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है जिससे रखरखाव एवं संरक्षण प्रभावित होने का खतरा है ।
संघ की मांग है कि उपरोक्त समस्याओं के समाधान हेतु त्वरित कार्यवाही कर संघ को अवगत कराने की व्यवस्था करें।