योग वह प्रकाश है जो एक बार प्रकाशित हो जाए तो कभी कम नहीं होता- डॉ. संगम मिश्र

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योग वह प्रकाश है जो एक बार प्रकाशित हो जाए तो कभी कम नहीं होता- डॉ. संगम मिश्र

प्रयागराज। व्यायामात् लभते स्वास्थ्यम्,दीर्घ आयुष्यम् बलम् सुखम्।आरोग्यम् परमम् भाग्यम्,स्वास्थ्यम् सर्वार्थ साधनम् ॥
इस श्लोक के एक-एक अर्थ को समाज में योग के माध्यम से विश्व पटल पर रखने वाले ऊर्जावान प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी का “वसुधैव कुटुंबकम् के लिए योग” का सपना आज 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर साकार होते हुए दिख रहा है। इस योग दिवस के अवसर पर प्रयागराज के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं सेंट्रल एकेडमी ग्रुप ऑफ स्कूल्स भारत वर्ष के चेयरमैन डॉ. संगम मिश्र के द्वारा एक छोटा सा सार्थक प्रयास के माध्यम से प्रधानाचार्य, शिक्षक, वरिष्ठ समाजसेवी ,योग विशेषज्ञ सहित शारीरिक विज्ञान के छात्रों ने योग मे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए योग कर पसीना बहाया और मोदी के आह्वान को जीवन मे उतारने का संकल्प लिया। डॉ. संगम मिश्र ने कहा कि योग वह प्रकाश है जो मनुष्य के जीवन में एक बार प्रकाशित हो जाए तो कभी कम नहीं होता। इस अवसर पर डॉक्टर मिश्र ने समस्त प्रदेश देशवासियो को 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी।

R. D. Diwedi 


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