तेरापंथ सेवा संस्थान का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न
शान्ति और अहिंसा के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक, इसी से सर्वांगीण विकास- त्रिपाठी
भीलवाड़ा मूलचन्द पेसवानी/ शहर के नागौरी गार्डन स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित तेरापंथ सेवा संस्थान भीलवाड़ा के शपथ ग्रहण समारोह में शासनश्री मुनि श्री हर्षलाल जी ने कहा कि किसी भी संगठन की सफलता सामुहिक ज़िम्मेदारी और लक्ष्यों के प्रति समर्पण से ही संभव है । उन्होंने कहा कि संस्थान की नवगठित कार्यकारिणी तेरापंथ धर्मसंघ की प्रभावना में वृद्धि कर संघ का गौरव बढ़ायेगी। मुनिश्री यशवंतकुमार जी ने कहा कि संस्थान की नई टीम उत्साह के साथ धार्मिक एवं सामाजिक कार्य कर सकारात्मक परिणाम सामने लायेगी । मुनिश्री पारस कुमार जी ने भी शुभकामनाएँ दी ।
समारोह के मुख्य अतिथि जिला कांग्रेस कमेटी के ज़िलाध्यक्ष एवं शांति व अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अक्षय त्रिपाठी ने तेरापंथ समाज के पूर्व आचार्यश्री तुलसी, आचार्यश्री महाप्रज्ञजी एवं वर्तमान आचार्यश्री महाश्रमणजी के शान्ति, अहिंसा और सामाजिक सद्भाव के क्षैत्र में किये कार्यों को प्रेरक बताते हुए कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांतों को महात्मा गांधी ने जन जन तक पहुँचाया और आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में शान्ति और अहिंसा निदेशालय की स्थापना कर उन्हीं सिद्धांतों और विचारों को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने नव मनोनीत अध्यक्ष शैलेन्द्र बोरदिया व नवगठित कार्यकारिणी को बधाई देते हुये सफल कार्यकाल के लिये शुभकामनाएँ दी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए केसरसिंह नैनावटी ने संस्थान की जानकारी दी । निवर्तमान अध्यक्ष गणपत पीतलिया ने नवमनोनीत अध्यक्ष शैलेन्द्र बोरदिया को शपथ ग्रहण करा कार्यभार सौंपा। शैलेन्द्र बोरदिया ने अपनी नवगठित कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुन्दरलाल हिरण, उपाध्यक्ष राकेश हिरण, राकेश झाबक, मंत्री नरेश नाहटा, सहमंत्री संदीप भण्डारी, लादुलाल सिरोहिया, कोषाध्यक्ष दुष्यंत रांका, संगठन मंत्री प्रवीण नैनावटी, प्रचार प्रसार मंत्री राकेश बापना सहित कार्यकारिणी सदस्य दिनेश पीतलिया, ललित दुगड़ , नीलेश नैनावटी, सुनील दक (देवगढ़), सुरेश कोठारी, लक्ष्मीलाल चौधरी, विनोद मारू, राकेश मेड़तवाल, प्रमोद पीतलिया, अशोक श्रीमाल, धर्मेन्द्र कोठारी को मनोनीत किया। युवा प्रकोष्ठ में राकेश जीरावला, राकेश बोहरा, महिला प्रकोष्ठ में स्नेहलता पीतलिया, दिव्या बोरदिया, चिकित्सा प्रकोष्ठ में डॉ. एल. एल. सिंघवी, डॉ. चेतन सामरा, जप तप प्रकोष्ठ में सूर्यप्रकाश तातेड़, महेन्द्र जीरावला, मार्ग सेवा प्रकोष्ठ में नवरतन डागा, पुनीत बोहरा तथा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ में धर्मेन्द्र छाजेड़, मुकेश रांका को ज़िम्मेदारी दी गई ।
संरक्षक के रूप में डा. रोशनलाल पीतलिया, प्रभाकरसिंह नैनावटी, भैरूलाल बापना, सम्पतलाल खाब्या, केसरसिंह नैनावटी, पारसमल बोहरा, गणपत पीतलिया तथा परामर्शदाता मंडल में डा.एमएल जैन, लालचन्द नौलखा, शान्तिलाल श्रीमाल, बाबुलाल बोहरा, शान्तिलाल सिंघवी, सुखलाल हिरण, सुमेरसिंह नैनावटी, बाबुलाल पीतलिया, पुष्पेन्द्र सिसोदिया, शंकरलाल नाहटा, विनोद सुराणा को सम्मिलित किया गया l विशेष आमंत्रित में डॉ पुखराज बोहरा, नवीन वागरेचा, विकास बाबेल, सुरेश पीतलिया, मीठ्ठालाल कावड़िया, विनोद पीतलिया, भैरूलाल बड़ौला, अंकुर बोरदिया, रजनीश नौलखा, गौतम दक (देवगढ़), धीरज सूर्या, रवीन्द्र मारू, नवरतन रांका, राकेश सिंघवी, राकेश नंगावत, अलिन्द नैनावटी, सतीश दक को शामिल किया गया l
कार्यक्रम के प्रारंभ में तेरापंथी सभा के अध्यक्ष जसराज चौरड़िया, संरक्षक प्रभाकर सिंह नैनावटी, भैरूलाल बापना, पारसमल बोहरा, सम्पत खाब्या, केसरसिंह नैनावटी, गणपत पीतलिया ने मुख्य अतिथि अक्षय त्रिपाठी का माला एवं उपरणा पहना कर तथा साहित्य भेंट कर सम्पूर्ण समाज की ओर से स्वागत किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में तेरापंथ समाज के श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे l