Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ा, अब तक 288 की मौत; 747 घायल; अस्पताल में घायलों से मिले पीएम मोदी

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Odisha Train Accident: अस्पताल में घायलों से मिले पीएम मोदी; कहा- दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी
ओडिशा ट्रेन हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ा, अब तक 288 की मौत; 747 घायल

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई। देश के सबसे भीषण रेल हादसों में शामिल इस दुर्घटना में करीब 747 यात्री घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार अपराह्न भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर से बालासोर पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान के साथ रेल दुर्घटना स्थल का जायजा लिया। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे के कारण जमीन में धंस गए एक डिब्बे को शनिवार को क्रेन और बुलडोजर की मदद से ऊपर लाने की कोशिश की गई। यह आखिरी डिब्बा है, जिस तक बचावकर्ता अभी तक पहुंच नहीं पाए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन का यह डिब्बा एक अन्य ट्रेन के डिब्बे के उसके ऊपर गिरने के कारण धंस गया है और उसे निकाले जाने के बाद मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है। भारतीय रेलवे ने इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। ओडिशा के मुख्य सचिव पी के जेना ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ”(बचाव कार्य के लिए) केवल एक डिब्बा बचा है, जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा मोचन कार्य बल (ओडीआरएएफ) और दमकल सेवा अब भी डिब्बे को काटने और हताहतों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को एक बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। ताजा आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बचाव अभियान जारी है और एक डिब्बा बचावकर्मियों के लिए चुनौती बना हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, मृतक संख्या 288 है। अन्य अधिकारियों ने बताया कि केवल आखिरी यात्री डिब्बे में काम बचा है और इसके अलावा मलबा हटाया जाना और पटरियों को खाली किया जाना भी बाकी है।
भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना ने गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बाहर निकालने के लिए चिकित्सकीय दलों के साथ दो हेलीकॉप्टर भेजे हैं। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ यह हादसा भारतीय रेल इतिहास का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है। रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। भारतीय रेलवे ने एक बयान में बताया कि इस ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण-पूर्वी प्रखंड के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी करेंगे। रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है।
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। अधिकारी ने कहा, ”पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।” उन्होंने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया कि पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी और इसके 10-12 डिब्बे बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस की पटरी पर जा गिरे। विपक्ष ने ओडिशा ट्रेन हादसे पर शोक जताया और इस दुर्घटना को लेकर सरकार की निंदा की।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद बिनॉय विश्वम ने इस दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की। पटरी से उतरे डिब्बों के नीचे से शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया। हादसे के बारे में एक यात्री ने कहा, ”दुर्घटना के दृश्य इतने वीभत्स हैं कि उन्हें शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।” इस दुर्घटना के बाद रेल पटरियां लगभग पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं और रेलगाड़ियों के कुछ डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़े हुए हैं, जबकि कुछ डिब्बे टकराने के कारण पलट गए हैं। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में ब्रह्मपुर के रहने वाले पीयूष पोद्दार कोरोमंडल एक्सप्रेस से तमिलनाडु जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा, ”हमें झटका लगा और अचानक हमने ट्रेन के डिब्बे को एक तरफ मुड़ते देखा। ट्रेन इतनी तेजी से पटरी से उतरी कि हममें से कई लोग डिब्बे से बाहर गिर गए। हमने अपने चारों तरफ शव पड़े हुए देखे।” स्थानीय लोग यात्रियों के चीखने की आवाजें सुनकर घटनास्थल की तरफ दौड़े और उन्होंने वहां पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बे देखे, जो ”स्टील के बिखरे हुए ढेर” की तरह लग रहे थे।
रूपम बनर्जी नाम की एक यात्री ने संवाददाताओं से कहा, ”स्थानीय लोग तुरंत हमारी मदद करने के लिए आए… उन्होंने न केवल लोगों को बाहर निकालने में मदद की, बल्कि हमारा सामान निकाला और हमें पानी पिलाया।” बालासोर जिला अस्पताल एक युद्ध क्षेत्र की तरह लग रहा है, जहां घायल लोग गलियारे में स्ट्रेचर पर लेटे हुए हैं, क्योंकि कमरों में जगह नहीं है। चिकित्सा कर्मचारियों को घायल यात्रियों की मदद करने की कोशिश करते देखा गया, जिनमें से कई ओडिशा के अलावा अन्य राज्यों से हैं और बात करने की स्थिति में नहीं हैं। घायलों को बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग स्वेच्छा से यहां और कई अन्य अस्पतालों में रक्तदान कर रहे हैं। अस्पताल के मुर्दाघर में सफेद कफन में लिपटे शवों का ढेर लगा हुआ है, जिनमें से कई की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है।
ओडिशा में शुक्रवार शाम हुए भीषण रेल हादसे में मृतकों का आंकड़ा 288 हो गया है। वहीं 850 के करीब लोग घायल हैं। इस घटना के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ओडिशा जाएंगे। इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी घटनास्थल पर पहुंचे थे और हालात का जायजा लिया था। हादसे की गंभीरता को देखते हुए युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य चल रहे हैं और सेना को भी बचाव कार्यों में लगा दिया गया है। हादसे को लेकर पीएम मोदी ने बैठक भी बुलाई है।

ओडिशा ट्रेन हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ा, अब तक 288 की मौत; 747 घायल

58 ट्रेनें रद्द और 81 का बदला गया मार्ग

बालासोर ट्रेन दुर्घटना पर सूचना प्रकाशन रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने अपडेट दिया है। उन्होंने कहा कि 2 घंटे पहले मिली जानकारी के मुताबिक 58 ट्रेनें रद्द हुई हैं और 81 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है। 10 ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेटेड हुई हैं। बहाली का काम स्थल पर बहुत जोरो शोरो से चल रहा है और बहुत जल्द बहाली हो जाएगा।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने की रेलमंत्री के इस्तीफे की मांग

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि रेल मंत्री बार-बार कहते हैं कि हमारा सिस्टम फुलप्रूफ है तो किसी भी तरह से इस प्रकार का हादसा नहीं हो सकता। लाल बहादुर शास्त्री ने पूर्व में एक रेल हादसे में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हमें मोदी जी के मंत्रिमंडल से ऐसी उम्मीद नहीं है लेकिन उनमें थोड़ी बहुत शर्म होगी तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय भी हुआ सक्रिय

ओडिशा के बालासोर जिले में हुए हादसे के मद्देनजर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने इस संबंध में एयरलाइंस के लिए निर्देश भी जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि भुवनेश्वर और ओडिशा के अन्य हवाईअड्डों पर एयरलाइंस जाने वाली फ्लाइट्स के किराए में असामान्य वृद्धि पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय नजर बनाए हुए है। इसके अलावा, घटना के कारण उड़ानों का कोई रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण दंड शुल्क के बिना किया जा सकता है।

इस बीच, भारतीय रेलवे ने बताया है कि आज दोपहर 2 बजे तक ओडिशा ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है, जबकि 747 लोग घायल हुए हैं और 56 गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को एक बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

अस्पताल में घायलों से मिले पीएम मोदी; कहा- दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी

घायलों से मिलने के बाद बोले पीएम मोदी- दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी

अस्पताल पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है ये बहुत दर्दनाक था। जो लोग घायल हुए हैं सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। यह एक गंभीर घटना है। हर प्रकार की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इस घटना के जिम्मेदार लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। इस दौरान उन्होंने रेलवे, ओडिशा सरकार और स्थानीय लोगों का मौजूद संसाधनों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि मेरे पास शब्द नहीं है, इस दुख को व्यक्त करने के लिए। दुख की इस घड़ी में हम सभी को प्रार्थना करनी चाहिए, ताकि हम इससे उबर सकें। हम मृतकों के परिजनों के साथ हैं।

अस्पताल में घायलों से मिले पीएम मोदी; कहा- दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी

अस्पताल पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर स्थिति का जायजा लेने के बाद दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए बालासोर के एक अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनका हाल जाना और मदद का आश्वासन दिया। इसे पहले, पीएम नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल से कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से बात की। उन्होंने उनसे घायलों और उनके परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि शोक संतप्त परिवारों को असुविधा का सामना न करना पड़े और प्रभावितों को आवश्यक सहायता मिलती रहे।

बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने दी प्रतिक्रिया

बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी इस हादसे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ओडिशा रेल दुर्घटना हृदय विदारक है। जो परिवार इस हादसे से टूटे हैं हमें उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा होना होगा। मेरा सभी साथी सांसदों से निवेदन है कि हम सभी अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा शोक संतप्त परिजनों के नाम कर उनकी मदद के लिए आगे आए।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने भी जताया दुख

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी ओडिशा ट्रेन हादसे पर शनिवार को दुख जताया। शिंदे ने ट्वीट किया, ”ओडिशा के बालासोर में हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं। महाराष्ट्र की ओर से, मैं उन लोगों और उनके शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना करता हूं।”

अगर एक ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ तो बाकी 2 ट्रेन कैसे नहीं रोकी गईं: फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ये बहुत अफसोसजनक घटना है। इसमें 250 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है और कई लोगों का हालत गंभीर है। कुछ दिन पहले रेल मंत्री ने बयान दिया था कि अब एक्सीडेंट नहीं होंगे… अगर एक ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ तो बाकी 2 ट्रेन कैसे नहीं रोकी गईं। मामले की तहकीकात करना जरूरी है।

ट्रेन यात्री ने बताई आप बीती

कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार यात्री अनुभव दास उस क्षण को याद करते हैं जब ओडिशा ट्रेन हादसा हुआ था। वह बताते हैं, कोरोमंडल एक्सप्रेस की गति लगभग 110-115 किमी प्रति घंटे थी, यह सुचारू रूप से आगे बढ़ रही थी लेकिन अचानक दुर्घटना हुई और 30-40 सेकंड के अंतराल के भीतर हम देखते हैं कि इतने सारे लोग घायल हो गए, मारे गए और हर जगह मदद की चीख-पुकार मच गई।

मल्लिकार्जुन खड्गे ने पूछा-घटना का जिम्मेदार कौन…?

इस भयानक घटना में सैकड़ों लोगों की मृत्यु हुई और सौकड़ों लोग घायल हुए। ये देखकर मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में जो लोग घायल हुए हैं, उनकी कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता मदद कर रहे हैं। इस घड़ी में हम सभी को एक होकर लोगों की मदद करनी चाहिए। कर्नाटक सरकार भी इसमें लोगों की मदद कर रही है। मैं दिवंगत लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मुझे प्रधानमंत्री और रेलवे मंत्री से ये सवाल पूछना है कि इस घटना का जिम्मेदार कौन है?

कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने भी जताया दुख

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, भयानक ट्रेन हादसे की खबर दिल दहला देने वाली है। इतना भयानक हादसा पहले कभी नहीं हुआ। अभी तक किसी कन्नडिगा के मरने की सूचना नहीं है। रेल मंत्रालय को बताना चाहिए कि यह गलती किसने की। हमने अपने मंत्री संतोष लाड को दुर्घटनास्थल पर भेजा है। वे जानकारी प्राप्त करेंगे और आगे की जानकारी देंगे। दिवंगत आत्माओं को शांति मिले।

बालासोर ट्रेन हादसा: प्रधानमंत्री मोदी घटना स्थल परपहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा था, “ओडिशा में ट्रेन हादसे से व्यथित हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है।”

अस्पताल में घायलों से मिले पीएम मोदी; कहा- दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी

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