सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ नजर आ रहा था। आसमान में बादल छाए हुए थे। अचानक मूसलाधार बारिश के चलते ही जून माह में जमकर ओला वृष्टि हो रही है। जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इधर अचानक ओला वृष्टि हो जाने से राहगीरों व पर्यटकों ने दुकानों में होटल में व जहाँ सर छुपाने का मौका मिला वहाँ शरण ली। ओला वृष्टि से ठंड में भी इजाफा हो गया। मूसलाधार बारिश से नाले सड़क उफान पर आ गए । नालियों के बंद हो जाने से बारिश का पानी सड़को पर बहता हुआ गन्दगी के साथ झील में समा रहा है। ओला वृष्टि इतनी भयंकर हुई कि जो जहां था वही रुक गया। दूर दराज पहाड़ ऐसे लग रहे थे जैसे मानो वर्फ़ की सफेद चादर ओढ़े हुए हो। ओला वृष्टि से जो काश्तकारों के फल आदि खेत में लगे हुए थे सब बर्बाद हो गए। मूसलाधार बारिश के साथ ओला वृष्टि से कई लोगों के घरों में पानी आ गया। अलबत्ता कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। जहां तराई क्षेत्रों में भीषण गर्मी पड़ रही है वही नैनीताल व उसके आसपास मूसलाधार बारिश के साथ ओला वृष्टि हो रही है गर्मी के समय में भी लोगों ने ठंडे दिनों के कपड़ों को पहन रखा है।