कुशलगढ़|28 व 29 दिसंबर 2024 विराट राष्ट्रीय धर्मरक्षा महायज्ञ को लेकर महर्षि दयानंद सेवाश्रम कुशलगढ़ में बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में आदिवादी वर्ग के साथ साथ सर्व समाज के प्रतिनिधियों ने एकता का परिचय देते हुए एक मंच पर आए। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 28 और 29 दिसंबर 2024 को 251 कुंडिय हवनयज्ञ में 2008 जोड़े आहुतियां देंगे। कार्यक्रम का आयोजन शेखर आज़ाद स्टेडियम कुशलगढ़ में रखा गया है जिसमें 28 और 29 दिसंबर को सुबह 9 से 11 बजे तक धर्म रक्षा महायज्ञ होगा उसके बाद 12.00 से 3.00 बजे तक सनातन सांस्कृतिक महासम्मेलन होगा 28 दिसंबर शाम को 3.00 से 5.00 बजे तक आर्यवीर दल द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा उसके तुरंत बाद शाम को 5.00 से रात्रि 9.00 बजे विभिन्न जगह के कलाकारों का सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा उसके तुरंत बाद 28 दिसंबर को रात्रि 9.00 से 12.00बजे तक भजन संध्या का आयोजन होगा। महर्षि दयानंद सेवाश्रम कुशलगढ़ आश्रम के प्रधान धर्मेंद्र आर्य ने कार्यक्रम के स्वागत भाषण में बताया कि महर्षि दयानंद सरस्वती के 200 वि जन्म जयंती के अवसर पर देश के विभिन्न स्थानों पर स्वामीजी की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जा रही हैं। उसी की तर्ज पर राजस्थान गुजरातऔर मध्य प्रदेश तीनों राज्यों के संगम पर महर्षि दयानंद सेवाश्रम कुशलगढ़ के सानिध्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। स्व राष्ट्रीय की कामना को पूरा करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है हर व्यक्ति व्यक्ति के अंदर अपना देश अपनी माटी स्वर्ग से भी बढ़कर इस तर्ज पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। तीनों राज्यों के संगम पर आयोजित किया जाने वाला आज तक का ये सबसे बड़ा कार्यक्रम है। कार्यक्रम का उद्देश्य व्यक्ति व्यक्ति में जगे राष्ट्रीय धर्म,,राष्ट्रीय भक्ति भावना के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को आयोजन किया जा रहा है। राजस्थान आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रदेश महामंत्री आचार्य जीव वर्धन जी शास्त्री ने बताया कि स्वामी दयानंद सरस्वती से प्रेरित होकर ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना इस देश के नवनिर्माण के लिए की गई है । उन्होंने बताया कि गोविंद गुरु जी भी स्वामी से प्रेरित लेकर अंग्रेजो और सामंतों के ख़िलाफ़ भगत पंथ की स्थापना कि और लोगों को मदिरापान,चोरी, मास मदिरा आदि से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। मामा बालेश्वर दयाल स्वामी जी से प्रेरित होकर बिहार से गुजरात मध्य प्रदेश और राजस्थान के संगम पर आदिवासी समाज में जनजागृति और धर्म परिवर्तन को रोकने का कार्य किया और राज्य सभा से सांसद भी रहे। स्वामी स्वतंत्रतानन्दजी एक सैनिक की नौकरी पूरी करने के बाद उनकी पेंशन से बिहार से आकर बांसवाड़ा डूंगरपुर प्रतापगढ़ शिक्षा की अलख जगाई। इन महापुरुषों के तर्ज पर हमें कार्य करना होगा और आने वाले समय में इस क्षेत्र को राष्ट्रीय की मुख्य विचारधारा में लाना होगा कुछ लोगों के बहकावे में आकर के जनजाति वर्ग के लोग अपने आप को दूसरे धर्म का बता रहे । उन लोगों को से में कहना चाहता हूं कि लोगों के बहकावे में आकर के उधर इधर भागे नहीं। वो लोग अपनी आस्था से अपनों को दूर करना चाहते हैं। आपकी अपनी संस्कृति परंपरा जल जंगल, ज़मीन की पूजा पद्धति बरसों से इस देश से जुड़ी हुई हैं। कुछ लोग एक ग़रीब समाज के लोगों को संपन्न समाज के ख़िलाफ़ भड़काकर कर अपने वश में करना चाहते हैं। लोगों को अपने विवेक का उपयोग करते हुए व्यक्तियों को पहचाने की जरूरत है। आज कुछ लोग दूसरी जगह से समाज को तोड़ने वाली शिक्षा प्राप्त कर जनजाति श्रेत्र में आकर ग़रीब भीलों को भाई भाई के खिलाफ लड़वाने का कार्य कर रहे हैं।एक भाई का धर्म हिंदू है तो दूसरे का ईसाई धर्म में परिवर्तन किया गया है । आज एक भाई को भाई के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है। जो व्यक्ति जहां पर भी गए हैं वह आज तक हिंदू धर्म की रीति नीति और आस्था को परिवर्तित नहीं कर पाए हैं ।इसलिए समय रहते हुए इन लोगों को वापस हिंदू धर्म की रीति नीति विचारधारा और आस्था में विश्वास करना चाहिए। थांदला आश्रम के आचार्य दयासागरजी ने बताया कि धर्म रक्षा महायज्ञ की तैयारियों पर प्रकाश डालते हुए कहा है हमारा उद्देश्य हर गांव के व्यक्ति का जुड़ाव धर्मरक्षा महायज्ञ से हो इसके लिए संपर्क अभियान के माध्यम से कोई भी ऐसा गांव नहीं होना चाहिए जिसका जुड़ाव सनातन धर्म रक्षा सांस्कृतिक महासम्मेलन से नहीं हो। हर गांव की आहुति धर्मरक्षा महायज्ञ में शामिल हो। पूर्व संसदीय सचिव भीमा भाई डामोर ने बताया कि धर्म रक्षा सनातन सांस्कृतिक महासम्मेलन एकजुटता का संदेश देगा समस्त ग्रामीण बंधुओं को बढ़चढ़ कर इस,, धर्मरक्षा महायज्ञ,, से जुड़ना चाहिए। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए हर संभव मदद के लिए हम तैयार हैं। कुशलगढ़ पंचायत समिति प्रधान कानहींग रावत ने बताया कि समस्त कर्मचारी बंधु धर्मरक्षा महायज्ञ के माध्यम से राजनीतिक पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर एकता का परिचय देने का सुनहरा मौका है इस मौके का आनंद ले। जनजाति वर्ग के उत्थान के लिए समस्त लोगों को एकजुटता का परिचय बहुत जरूरी हैं। नगरपालिका उपाध्यक्ष नितेश बैरागी ने कहा है कि कुशलगढ़ नगरपालिका में कार्यक्रम हो रहा है। इसलिए नगरपालिका के साथ साथ मेरे स्वयं की और से भी हर संभव तन मन और धन आर्थिक सहयोग किया जाएगा। कार्यक्रम में तेली समाज अग्रवाल समाज ब्राह्मण समाज कुंभकार समाज जैन समाज सोनी समाज कलाल समाज दर्जी समाज यादव समाज हरिजन समाज धोबी समाज राजपूत समाज पचाल समाज, लबाना समाज कंसारा समाज भोई समाज लक्ष्यकार समाज भील समाज बैरागी समाज राव समाज सिलावट समाज नेमा समाज गायरी समाज सेन समाज कायस्थ समाज ढोली समाज गाडोलिया लाहौर समाज माली समाज खटीक समाज निजी महाविद्यालय विद्यालय और अस्पताल के चेयरमैन सर्व समाज के सनातनी संगठनों के मुख्य ठेकेदार एसोशिएशन के प्रमुख होटल मैनेजमेंट रेस्टोरेंट के प्रमुख पूर्व संसदीय सचिव भीमाभाई डामोर कुशलगढ़ प्रधान कानहींग रावत नगरपालिका उपाध्यक्ष नितेश बैरागी नगरपालिका नेताप्रतिपक्ष रजनीकांत खाब्या निजी स्कूल संघ के अध्यक्ष प्रशांत नाहटा हंसमुखलाल सेठ कैलाश राव जोशना पंड्या ऊषा प्रजापत आदि लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट धर्मेंद्र कंसाराने किया और आभार वेद मंदिर के पार्थ दामा ने किया। यह जानकारी आश्रम सदस्य केसर सिंह डामोर ने दी।