पीएम कुसुम योजना के तहत अनुदान पर स्वीकृत किए जा रहे सोलर पंप सेट
पीएम कुसुम योजना का उठायें लाभ, फार्मर्स रजिस्ट्री शिविरों में करायें पंजीकरण – डीएम
भरतपुर, 04 मार्च। कार्यालय संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग द्वारा पीएम कुसुम योजनांतर्गत, सोलर पंप सेट जागरूकता के लिए एक दिवसीय संभाग स्तरीय सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें अलवर, डीग, भरतपुर, धौलपुर, करौली तथा सवाईमाधोपुर जिले के लगभग 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर एवं संभागीय आयुक्त भरतपुर डॉ. अमित यादव द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर सेमीनार का शुभारंभ किया गया।
जिला कलक्टर ने संबोधित करते हुये कहा कि किसानों को अपनी गिरदावरी स्वयं करनी चाहिए क्योंकि इससे पारदर्शिता आएगी और किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में लग रहे फार्मर्स रजिस्ट्री शिविरों में जाकर अपना पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराये। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आधार कार्ड से आज अनेक लाभ मिल रहे हैं, उसी तरह से फार्मर्स रजिस्ट्री शिविर में पंजीकरण कराने से भविष्य में सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं का सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को विभिन्न प्रशिक्षणों में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न बीमा योजनाओं की जानकारी भी दी जानी चाहिए।
उन्होंने किसानों को सोलर पंप सेट की उपयोगिता बताते हुए कहा कि अगर किसान सोलर पंप सेट स्थापित कर लेते हैं तो फिर ये सौ दुखों का एक इलाज कहा जाएगा। क्योंकि सोलर पंप सेट के बहुत फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा तो ये है कि किसानों को दिन में ही फसलों की सिंचाई करने के लिए पानी मिल जाता है। उन्होंने किसानों से फसल विविधिकरण के तहत उद्यानिकी फसलों को अपनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि पीएम कुसुम योजना के तहत उद्यान विभाग के माध्यम से किसानों के लिए अनुदान पर स्वीकृत किए जा रहे, सोलर पंप सेट को स्थापित करा कर योजना का लाभ उठा सकते हैं।
संयुक्त निदेशक उद्यान योगेश कुमार शर्मा ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा 12 मार्च को राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर पूरे प्रदेश में 50 हजार किसानों को सोलर पंप सेट स्थापित करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि योजना के प्रति किसानों के रुझान को देखते हुए 50 हजार सोलर पंप सेट के अतिरिक्त लक्ष्य निर्धारित करते हुये वर्तमान में पूरे प्रदेश में एक लाख सोलर पंप सेट स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि संभाग को 2605 सोलर पंप सेट लगाने के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं, इसके विरुद्ध लगभग 1900 किसानों को सोलर पंप सेट स्थापित करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जा चुकी है तथा लगभग 900 सोलर पंप सेट स्थापित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सोलर पंप सेट किसानों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं, इस तरह से किसानों को दिन में ही फसलों की सिंचाई की सुविधा उपलबध हो रही है। उप निदेशक उद्यान जनक राज मीणा ने योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सभी किसान भाई उन्नति के लिए हाइटेक हार्टीकल्चर मॉडल अपनाएंे। इसके लिए ई-मित्र कियोस्क पर जाकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सेमीनार में संभागीय सहायक निदेशक कृषि राधारमण शर्मा, सहायक निदेशक उद्यान अमर सिंह, लेखाधिकारी राजेन्द्र सोनी, कृषि अधिकारी डॉ सीमा गुप्ता, हरेंद्र सिंह, महावीर सिंह, विजय देव सिंह, देवेन्द्र सिंह रोहित, हेम सिंह तथा अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।