एड्स से पीड़ित व्यक्ति के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए: डॉ. अशोक चौधरी
सीएमएचओ सीपी गोस्वामी ने एड्स से जुड़ी भ्रांतियों एवं एड्स रोगियों से दुर्व्यवहार के बारे में बताया
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के नेहरू युवा केंद्र एवं राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में जिला स्तरीय एक दिवसीय आउट ऑफ स्कूल यूथ एचआईवी एड्स जागरूकता कार्यशाला शुक्रवार को विद्या प्रोफेशनल एण्ड टेक्निकल कॉलेज में आयोजित हुई। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती एवं महर्षि दयानंद सरस्वती की प्रतिमा के दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीपी गोस्वामी ने एड्स से जुड़ी भ्रांतियों एवं एड्स रोगियों से दुर्व्यवहार के बारे में बताया एवं इससे किस प्रकार बचाव किया जाए के बारे में बताया। जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला एड्स बचाव एवं नियंत्रण इकाई हरलाल मीणा ने गर्भावस्था में संतान को एड्स से बचाव के बारे मे तथा सरकार द्वारा चलाए जा रही विभिन्न योजनाओ के बारे मे बताया। कॉलेज इंचार्ज, डॉ. अशोक चौधरी ने बताया कि एड्स के डर को खत्म करके एड्स से पीड़ित व्यक्ति के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए। जिससे रोगी हीन भावना से ग्रसित ना हो। निदेशक गीता चौधरी ने बताया कि जो व्यक्ति एचआईवी एड्स से पीड़ित हो उसकी टीवी की जांच भी करवानी चाहिए, किस प्रकार से क्षय रोग एड्स के मरीजो पर पकड़ बनाता है एवं इससे बचाव के उपाय और सावधानियों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से एड्स संबंधी जानकारी दी गई। युवाओं द्वारा एड्स के संबंध में फैली हुई विभिन्न भ्रांतियों को दूर करने के लिए एड्स जागरूकता नाटक के माध्यम से रचनात्मक प्रस्तुति दी गई। नेहरू युवा केंद्र से जगदीश शर्मा द्वारा माय भारत पोर्टल का महत्व बताया एवं सभी मंचासीन अतिथियों एवं कार्यक्रम के प्रतिभागी युवाओं का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला में नेहरू युवा मंडल, महिला मंडल, राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं अन्य सामाजिक रूप से सक्रिय 80 युवाओं ने पियर एजुकेटर के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त किया।