स्वच्छता से ही समाज परिवार राष्ट्र और राज्य को विकसित किया जा सकता है-डॉक्टर सरोज मीणा

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गंगापुर सिटी| प्रसार भारती दूरदर्शन जयपुर द्वारा आयोजित राजस्थान दूरदर्शन डी डी वन द्वारा प्रसारित कार्यक्रम में राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच की महिला प्रदेश अध्यक्ष एवं बाबू शोभाराम राजकीय कला महाविद्यालय अलवर की प्रोफेसर राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित तथा जिला समन्वयक अलवर डॉक्टर सरोज मीणा ने स्वच्छ भारत अभियान मिशन के तहत “स्वच्छता एवं संस्कार “ परिचर्चा में शिरकत कर स्वच्छता के महत्व के बारे में राजस्थान प्रांत के जन जन को संदेश दिया।

सामूहिक परिचर्चा कि इस कार्यक्रम में प्रोफ़ेसर सरोज मीणा ने जन जन को स्वच्छता का संदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय को स्वच्छता की सेवा का संकल्प लेते हुये स्वच्छ एवं संस्कारित भारत के सपने को साकार करना होगा ।डॉक्टर मीणा ने कहा स्वच्छता के मायने केवल घरेलू स्वच्छता ही नहीं है अपितु जब तक प्रत्येक व्यक्ति मन वचन और कर्म से स्वच्छ और स्वस्थ नहीं रहेगा तब तक स्वच्छता की बात करना महज़ औपचारिकता ही बन कर रह जाएगी। हमारे देश विकसित और स्वच्छ भारत तभी बन सकेगा जब तक हमारे अपने संस्कारों में स्वच्छता तथा वैचारिक निर्मलता एवं जन जन के प्रति संवेदनशीलता के भाव होंगे इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छता को संस्कारों में ढालना होगा।
डॉक्टर सरोज मीणा ने कहा कि सच्ची समाज सेवा और देश सेवा तभी संभव है जब आप घर घर ढाणी ढाणी जाकर युवाओं में ,माता बहनों मेंऔर जन जन तक पहुँचकर उनमें स्वच्छता के संस्कारों को विकसित करें यही हमारा नैतिक कर्तव्य है।
डॉक्टर सरोज मीणा ने अपनी इस संदेश परक परिचर्चा में कहा कि सामान्य आदमी ऊँचे पायदान पर तभी पहुँच सकता है जब उसमें ख़ुद से अधिक दूसरों के लिए कार्य करने का जुनून हो
और मैंने लोगों को राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से स्वयं के चरित्र को स्वयंसेविका के रूप में ढालते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के ध्येय वाक्य “नॉट मी बट यू “अर्थात मुझको नहीं तुमको में ढाला है इसलिए मैं ये दावे के साथ कह सकती हूँ कि स्वच्छ विचारों से ही स्वच्छ वातावरण और परवेश की पृष्ठभूमि तैयार होती है । अतः है प्रत्येक व्यक्ति को सकारात्मक सोच के साथ स्वच्छता के संस्कारों को अपनाना चाहिए ।इस सामूहिक परिचर्चा में जो जोबनेर की युवा सरपंच श्रीमती शारदा मेहता ने भाग लिया और संस्कार विषय पर और बेहद अनुकरणीय विचार रखे । उन्होंने कहा कि गाँव में आज भी विकसित शिक्षा प्रणाली नहीं होने के कारण युवाओं में स्वच्छता के संस्कार विकसित नहीं हो पा रहे हैं किन्तु एक समाज सेवी होने के नाते मेरा प्रयास यह रहेगा कि मैं प्रत्येक गाँव में जाकर राष्ट्र के स्वच्छता मिशन को सफल बनाने में संकल्प के साथ महती भूमिका अदा करूँगी।
इस महत्वपूर्ण पर चर्चा का संयोजन DD राजस्थान चैनल के माध्यम से किया गया और चैनल उद्घोषक श्रीमति हेमलता शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया और डी डी वन राजस्थान सहित प्रसार भारती के 10 चैनलों पर इस अनुकरणीय कार्यक्रम का प्रसारण किया गया ।


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