जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर के तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जागरूकता शिविरों का आयोजन


सवाई माधोपुर| राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं अध्यक्ष व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक चेतना समिति के सदस्य कृष्णपाल सिंह एवं अधिकार मित्र मुकेश कुमार शर्मा, गिर्राज रैगर द्वारा ग्राम पंचायत शेरपुर में पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जागरूकता शिविर का आयोजन कर उपस्थित ग्रामवासियों को बताया गया कि आज के समय में पर्यावरण एवं जल संरक्षण एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। हमारी पृथ्वी पर बढ़ते प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन एवं प्राकृतिक संसाधनों की कमी ने इसे और भी जरूरी बना दिया है। इसके बिना हमारे अस्तित्व और जीवन पर गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है। अतः पर्यावरण एवं जल संरक्षण का महत्व समझना हमारे जीवन और स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करके ही हम अपने जीवन एवं आने वाले कल को बेहतर बना सकते है। जागरूकता शिविर में पर्यावरण संरक्षण का महत्व, प्रदूषण कम करने के उपायों, पेड़ों की सीमित कटाई, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, पर्यावरण का क्षरण करने वाली गतिविधियों पर प्रतिबंध, जल का अपव्यय रोकने के लिए किए जा सकने वाले उपायों, बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली, पौधारोपण का महत्व, वर्षा जल का संचय, पारम्परिक जल स्रोतों जैसे तालाबों, कुओं, बावड़ियों का रख-रखाव, जल प्रदूषण को कम करने के उपायों, जल का मितव्ययिता के साथ उपयोग आदि विषयों के संबंध में जानकारी प्रदान कर ग्रामवासियों को जागरूक किया गया।

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इसी प्रकार डिप्टी लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल वीरेन्द्र कुमार वर्मा, असिस्टेंट अक्षय सिंह राजावत एवं आयुष ताजी द्वारा राजस्थान राज्य स्काउट गाइड, हाउसिंग बोर्ड सवाई माधोपुर में पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जागरूकता शिविर का आयोजन कर उपस्थित विद्यार्थियों को बताया गया कि प्राकृतिक संसाधनों का तेजी से हो रहा दोहन आज एक प्रमुख समस्या बन गई है। प्राकृतिक संसाधनों के लगातार हो रहे अंधाधुंध दोहन ने हमारे पर्यावरण एवं जैवविविधता के लिए खतरा पैदा कर दिया है। अतः हमें पर्यावरण के संरक्षण एवं जैव विविधता को बनाये रखने के लिये सक्रिय कदम उठाने चाहिए। प्लास्टिक बैग और प्लास्टिक से बने उत्पादों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। घरों एवं कारखानों से निकले कचरे का उचित निस्तारण किया जाना चाहिए एवं दूसरों को भी इसके लिये प्रेरित करना चाहिए। हमें पर्यावरण प्रदूषण को कम करने और प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करने की आवश्यकता है, प्रदूषण को कम करके ही हम स्वस्थ जीवन की कामना कर सकते है। साथ ही वन्यजीवों और वनस्पतियों की रक्षा करके जैव विविधता को बनाए रखना भी जरूरी है। जल संसाधनों की रक्षा करके हम जल की कमी की समस्या एवं जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले दुष्परिणामों से निपट सकते है।


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