अनाथ एवं जरूरतमंद बालक बालिकाओं साथ में दीपावली के पर्व की मनाईं खुशियां

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अनाथ एवं जरूरतमंद बालक बालिकाओं साथ में दीपावली के पर्व की मनाईं खुशियां विगत कई वर्षों से भामाशाह के सहयोग से हो रहा नवाचार

बांसवाड़ा|प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अनाथ एवं जरूरतमंद बालक बालिकाएं जिनके माता-पिता की मृत्यु हो जाने पर इन सभी बालक बालिकाओं को भी इस पचंदिवसीय त्यौहार में उनको कहीं अकेलापन महसूस ना हो कि हमारे माता-पिता नहीं है उनके घर जाकर हर त्यौहार पर भामाशाह के सहयोग से हर त्यौहार पर इनको अपने पन का अहसास करवाते हुवे उनकी खुशियों में शामिल होकर हर सम्भव मदद कर रहे हैं। जिसमें इन बालक बालिकाओं को कभी यह नहीं लगे की भगवान ने इतना दर्द हमें ही क्यों दिया एवं हमारे साथ ऐसा अन्याय क्यों किया। यह सभी ऐसा नहीं सोचे यह। जिसके लिए आज भी धरातल पर समाजसेवी एवं संस्थाएं हैं जो जैसे बालक बालिकाओं की पहचान कर उनके हर सम्भव मदद कर रहे हैं‌ हर पर्व पर मिठाई एवं कपड़े वितरित कर उन्हें अपनेपन का एहसास कराते है।गांव बड़ोदिया के अशोक एवं गुलाब दोनों भाई-बहनों के माता-पिता की मृत्यु आज से 9 10 वर्ष से पहले ही हो चुकी माता की दुर्घटना में मृत्यु हो गई एवं मां के गुजर जाने के बाद पिता की लंबी बीमारी के बाद उनकी भी मृत्यु हो चुकी दादाजी दिव्यांग थे एवं वह भी दो बरस पुर्व चल बसे अब सभी जिम्मेदारी दादी मां हन्तोग पर आ गई दादी मां ने इन दोनों बालक बालिकाओं का भरण पोषण करते हुए दादी मां उनका लालन-पालन कर रही है।आज बालिका गलाब कक्षा ग्यारहवीं में अध्यनरत है एवं बालक अशोक कक्षा नवमी में अध्यनरत है ।स्थानीय विद्यालय के अध्यापक पवन जोशी के द्वारा बताया गया कि दोनों भाई-बहन पढ़ने में होशियार है एवं खेलकूद प्रतियोगिता में भी रुचि रखते हैं बालिका खेलकूद प्रतियोगिता में जिला स्तर पर प्रथम रहीं दादी मां के द्वारा बताया गया कि क्या करें भगवान की ऐसी मर्जी थी तो आप देखते हैं कि यह बालक अभी भी कितना नटखट है एवं हर बात की ज़िद करता है।आपके द्वारा दीपावली के पर्व पर घर आकर जिस प्रकार से अपनेपन का एहसास कराया ।वह हमारे लिए अच्छा है इसी इसी क्रम में बताया गया कि हर समय हर त्यौहार पर राजकुमार जैन, पवन जी जोशी, मोहनलाल जी जोशी, केनाराम रैबारी एवं आषिश कलाल इत्यादि के द्वारा हर त्यौहार पर जिन बालको के माता पिता की मृत्यु चुकी हैं, सड़क किनारे रहते वाले,बालिका ग्रह, मानसिक विमंदित ग्रह एवं संस्कार केंद्र इत्यादि पर जाकर इन बालक बालिकाओं के साथ में हमेशा खुशियां बांटने हुवे हर सम्भव मदद का प्रयास करते हैं चाहे जन्मदिन हो या अन्य समारोह। सभी के सहयोग से विगत 3 वर्षों से अनवरत जारी है। मोहन जोशी एवं पवन जोशी ने बताया कि हम लोग आने वाले त्योहारों को लेकर कितने उत्साहित रहते हैं परंतु जो जरूरतमंद है उनके अगर घर जाकर हम कुछ सहयोग एवं अपनेपन का अहसास कराए तो उन उन सभी को भी ऐसे रहो पार खुशियों की एहसास होगा हम देखते कि दूर दराज से हमारे यहां पर जो भेड़ें चराने आते हैं उन लोगों के पास में भी हम सभी जाकर एक दूसरे की जानकारियां साझा करते हैं एवं विचार विमर्श कर अनुभवों का आदान-प्रदान करते हैं।कमलेश बुनकर ने बताया गया कि भामाशाहों के सहयोग से सभी बालकों की हर संभव मदद की जा रही हे एवं सरकार से मिलने वाली योजनाओं की जानकारी देकर पीड़ित परिवारों का शत् प्रतिशत जुड़ाव करवाया जा रहा हे। ये जानकारी कमलेश बुनकर ने दी।


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