इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आशुतोष दुबे की मौत पर F.I.R. न लिखे जाने पर छात्रों ने सलोरी से सैकड़ों की संख्या में निकाला कैंडल मार्च
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पानी पीने से आशुतोष दुबे की मौत के बाद छात्र तथा छात्र नेताओं में आक्रोश। विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर FIR न लिखे जाने पर विश्वविद्यालय के छात्रों ने जताई नाराजगी, वही आज सालोरी शुक्ला मार्केट टेंपो स्टैंड से बड़ी संख्या में छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला।डेलीगेसी में रहने वाले छात्रों का कहना है कि इस प्रकार की घटना किसी के साथ हो सकती है इस पर उचित जांच कर विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर उचित कार्यवाही की जाए। अन्यथा की स्थिति में एक बहुत बड़ा आंदोलन हो सकता है। पूरब का ऑक्सफोर्ड नाम से जाने जाना वाला विश्वविद्यालय की इस प्रकार की दुर्गति हो रही है इसकी हम सभी घोर निंदा करते हैं।शिक्षा मंत्री को इस पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता अमित पांडेय रफ़्तार का कहना है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जब छात्र एडमिशन लेता है तो वह मेडिकल सुविधा, गरीब छात्रों के लिए, छात्र संघ के लिए, तमाम प्रकार की शुल्क को जमा करता है, जिसका पैसा विश्वविद्यालय के अधिकारी खा जा रहे हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में लगभग 10एंबुलेंस हैं। जो विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के निजी काम में व्यस्त हैं। पुलिस प्रशासन जिस तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन के इशारे पर नाच रहा है उससे यह ज्ञात करना चाहिए कि क्या वह सही कर रहे हैं।
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता पंकज पांडेय का कहना है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जिस तरह से तानाशाही देखी जा रही है वह घोर निंदनीय है। विश्वविद्यालय परिसर को जेल बना दिया गया है। विश्वविद्यालय में अंग्रेजों कि तरह शासन चलने लगा है। इस मौके पर राहुल सिंह, रोहित पांडे , वैभव आदित्य , प्रशांत,शिवम, मोहित आदि उपस्थित रहे।