प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के यमुनानगर बारा तहसील अंतर्गत चलने वाली राखड़ की ओवरलोड गाड़ियां सड़कों की धज्जियां उड़ाने में किसी भी प्रकार की कोई कोर कसर छोड़ती नहीं दिख रही है। शायद इसकी मूल वजह यह है कि प्रशासन की मौन स्वीकृति के बदौलत इस सड़क पर चलने वाले लोगों को भारी परेशानियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। मुख्य वजह इस रोड पर राखड़ की चलने वाली ओवरलोड गाड़ियों से गिरने वाले डस्ट मार्ग पर जहां-तहां फैले हुए हैं। इस सड़क के दोनों और राखड़ का भराव इस तरह हो गया है कि किसी भी वाहनों के गुजरने से धूल का गब्बर उड़ने लगता है। जिससे छोटे वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उनके आंख के सामने अंधेरा छा जाता है यही कारण है कि चालक अपना नियंत्रण खो देता है और दुर्घटना का शिकार हो जाता है। इस सड़क पर उड़ते हुए गुब्बार की बदौलत कई बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं जिसमें लोगों ने अपनी जान को गंवाया है। सरकार के द्वारा लोगों की सुरक्षित आवागमन के लिए सड़कों का निर्माण होता है परंतु इन ओवरलोड ट्रकों ने सड़कों की धज्जियां उड़ा कर रख दी है। जबकि देश और प्रदेश की सरकार का स्पष्ट संदेश है कि लोगों की सुरक्षा और उनकी हर प्रकार की रक्षा हमारे प्रथम प्राथमिकता में है।परंतु विभागीय जिम्मेदार अधिकारी ऐसा ना करते हुए अपने कार्यों से भागते दिख रहे हैं। अहम और बड़ा सवाल यह है कि जिले के हर बड़े अधिकारियों का इस मार्ग से अक्सर आना-जाना होता है ऐसा लगता है शायद उनको जहरीले राखड़ के उड़ते डस्ट का गुब्बार नहीं दिखाई पड़ता। दिखाई पड़ेगा भी कैसे क्योंकि उन्हें तो वातानुकूलित गाड़ी में अंदर बैठकर सफर करना है।तस्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं साहब तस्वीरें साफ-साफ बयां कर रही है कि इस जहरीले राखड़ के डस्ट के प्रदूषण से पूरे क्षेत्र वासियों के साथ ना इंसाफी करते हुए इन्हें रोग ग्रस्त बनाकर मौत के मुंह में ढकेला जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने संबंधित विभाग की ओर ध्यान आकृष्ट करवाते हुए इस जहरीली राखड़ से निजात पाने के लिए मांग की है।