मनुष्य शरीर चैरासी लाख योनियों में सर्वश्रेष्ठ-पंकज महाराज
बाबा जयगुरुदेवजी महाराज के उत्तराधिकारी एवं जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूज्य पंकजजी महाराज जयगुरुदेव आश्रम जहाजपुर पहुंचे। यहां वर्षा के बावजूद बड़ी संख्या में उपस्थित भाई-बहनों, बच्चों, संभ्रान्तजनों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया।
आज पहला कार्यक्रम शाहपुरा रोड स्थित बावड़ी में सम्पन्न हुआ। महाराजश्री ने अपने प्रवचन में कहा कि परमात्मा ने यह अनमोल शरीर आत्म कल्याण के लिये दिया है। ‘‘नर समान नहिं कवनिउ देहीं। जीव चराचर याचत जेही’’ को उद्धृत करते हुये कहा मनुष्य शरीर चैरासी लाख योनियों में सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि इसमें प्रभु के पास जाने का दरवाजा है जिसका भेद सन्त महात्मा ही जानते हैं। महात्माओं ने मनुष्य शरीर को परमात्मा का बनाया हुआ सच्चा हरि मंदिर बताया। इसमें निरन्तर प्रभु के देश से आने वाली आकाशवाणियां, वेदवाणियाँ, कलमा उतर रही हैं। वर्तमान में इस कलियुग में मनुष्य की उम्र घट गई, शारीरिक बल घट गया, मनुष्य का प्राण अन्न में चला आया, मन बड़ा चंचल हो गया। इसलिये इस कलियुग में अवतरित होने वाले सन्तों, फकीरों ने पुरानी कठिन साधना की पद्धतियों पर रोक लगा दिया और सुरत-शब्द योग (नाम योग) का रास्ता जारी किया जिसे बिना घर-बार छोडें किया जा सकता है। सन्त सत्गुरूओं ने प्रभु की भक्ति के तीन साधन बताया। ‘‘कलयुग तीन सार उन बरने। और साधन सब थोथे जान।’’ पहला- सुमिरन, दूसरा-ध्यान, तीसरा- भजन।
जयगुरुदेव आश्रम मथुरा में आगामी 20 से 24 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले पूज्यपाद स्वामी घूरेलाल जी महाराज ‘दादा गुरूजी’ के 75वें वार्षिक भण्डारा महापर्व में भाग लेने का निमंत्रण दिया। मंगलवार को सत्संग तह0 शाहपुरा के कादी सहना में होगा। इस अवसर पर जयगुरूदेव संगत राजस्थान के अध्यक्ष विष्णु कुमार सोनी, उपाध्यक्ष हरिनारायण ‘भोपाजी’, महावीर सिंह, सुगन जाट, सुखदेव जाट, प्रकाश शर्मा, उदयलाल प्रजापति (प्रजापति), मोहन रेगर (पूर्व सरपंच), गोपाल, देवराज शर्मा सहित संस्था के कई पदाधिकरी एवं प्रबंध समिति एवं सामान्य सभा के कई सदस्य मौजूद रहे।