सामवेद पारायण महायज्ञ में बढ़ चढ़ कर ले रहे भाग

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सामवेद पारायण महायज्ञ में बढ़ चढ़ कर ले रहे भाग

भारत मां तेरी शान बढ़ाकर इसरो ने दिखलाया है चंद्रमा पर भारत ने इतिहास नया बनाया है : श्वेता आर्या

गंगापुर सिटी। पंकज शर्मा। 24 अगस्त 2023। आर्य समाज गंगापुर सिटी के तत्वाधान में देवी स्टोर स्थित आर्य समाज मंदिर में चल रहे सप्त दिवसीय सामवेद पारायण महा यज्ञ में इन दोनों धर्म प्रेमी बंधु बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। गुरुवार को सुरेंद्र मित्तल अतेवा वाले, मुकेश जी मेडी, ईश्वर प्रसाद आर्य, हरिसिंह राजपूत, रामविलास सैनी, वीरेंद्र आर्य आदि यजमानों के द्वारा सामवेद के मंत्रों की यज्ञ में आहुति दी। यज्ञ के ब्रह्मा यज्ञ के वैदिक प्रवक्ता आचार्य अग्निहोत्री जी ने अपने उद्वोधन में विचार के बारे में बताया कि मनुष्य के हर कर्म के पीछे विचार की मुख्य भूमिका रहती है। हम विचारो को उठा कर अपने को महान बना सकते है और विचारो को गिरा करके संसार के सबसे कुख्यात व्यक्ति बन सकते है। इसलिए जीवन में विचारो का बहुत बड़ा महत्व है। मनुष्य का मस्तिष्क विचारो को देख कर सुन कर स्पर्श के द्वारा चख कर ज्ञान को एकत्रित करता है। इतिहास में पढ़ाया जाता है। हमारे पूर्वजों ने ज्ञान को पैदा किया यह गलत विचार है क्युकी मनुष्य ज्ञान को पैदा नही कर सकता है। वह ज्ञान को अनेकों जगह से एकत्रीत करता है। जैसा ज्ञान होता है, वैसा ही मनुष्य काम करता है। मनुष्य कर्म करने में स्वतंत्र है लेकिन फल भोगने में परतंत्र है बहुत से लोगो का कहना है की हम परमात्मा की कठपुतली है। इस विचार ने सारे देश को निकम्मा बना दिया है। वेदों की स्पष्ट आज्ञा है कर्म करते हुए सौ या सौ से अधिक वर्षों तक कर्म करते हुए जीने की इच्छा करे ना की शेखचील्ली की तरह हवाई किले बनाते हुए निकम्मा पड़ा रहे।
आज दूषित ज्ञान की वजह से पूरे देश का मस्तिष्क खराब हो चुका है इसलिए आतंकवादी,संप्रदायवादी,जातिवादी, हिंसक गतिविधियां बढ़ती जा रही है किसी शायर ने कहा है…. नश्तर को लेकर हाथ में फसाद(सर्जन) ने कहा, बिगड़ा है सब शरीर नश्तर लगाऊं कहा। इसलिए व्यक्तिगत,सामाजिक, राजनीतिक,देश की,और विश्व की उन्नति मनुष्य में अच्छे विचारों को स्थापित करके की जा सकती है।


अंबाला उत्तर प्रदेश से पधारी आर्य जगत की प्रसिद्ध भजन उपदेशिका श्वेता आर्य जी ने अपने उद्वोधन में पंच यज्ञ ब्रह्म यज्ञ,देव यज्ञ, पितृ यज्ञ,अतिथि यज्ञ एवं बलिवैश्वदेव यज्ञ की महत्ता को भजन के माध्यम से बताया साथ ही भारत के पहली बार चंद्रयान 3 के माध्यम से चंद्रमा पर पहुंचने का इसरो ने एक नया इतिहास रचा है। इसी खुशी में उन्होंने अपने स्वरचित गीत भारत मां तेरी शान बढ़ाकर इसरो ने दिखलाया है।

चंद्रमा पर भारत ने इतिहास नया बनाया है………सुखी रहे संसार सब दुखिया रहे न कोई यह अभिलाषा हम सब की भगवन पूरी होय……….
सुखमय होवेगा संसार नर-नारी हवन रचाओ……..आदि मनमोहक और प्रभु भक्ति और देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति दी इस दौरान गुरुवार को मदन मोहन बजाज, अभिषेक बंसल, कैलाश मित्तल, सत्यप्रकाश सोनी, सुमन आर्या, रेणु आर्य, माया जिंदल, मंजू आर्य, सरला गोयल, मिथलेश आर्या, हेमलता, शारदा, सुनीता आर्या आदि मौजूद रहे।

 


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