शाहपुरा|नाबार्ड और ग्रीन वर्ल्ड फाउंडेशन के सहयोग माल का खेड़ा, जालिंद्री और दल सिंह जी का खेड़ा, भीलवाड़ा में चल रहा 60 दिवसीय प्राकृतिक पत्तल दोने बनाने का प्रशिक्षण का समापन कार्यक्रम रखा गया । जो की 90 महिलाओं द्वारा प्रशिक्षण किया गया था। जिसमें महिलाओं ने सबसे पहले क्लास के फूलों से प्राकृतिक / ऑर्गेनिक गुलाल बनाना शिखा और उसके बाद में पलाश के पौधे से किस तरह से गोंद निकाला जाता है और उसे प्रक्रिया किया जाता है सीख इसके बाद में पलाश के पत्तों से पत्तल दोने आदि आइटम बनाना शिखा और जब से ट्रेनिंग हो रही है तब से महिलाएं क्लास के पत्तल दोने बना रही है और उनको मार्केट भी कर रही है बहुत जल्दी महिलाएं इस काम को बड़े स्तर पर लेकर जाने के लिए बड़ी मशीन लेने के लिए तैयार है और अपने इस काम को बड़े लेवल पर ले जाकर अपनी इनकम साथ ही गांव की इनकम भी बढ़ा रही है और अपने आसपास के कई लोगों को आने वाले टाइम में रोजगार भी देगी l आज के इस प्रोग्राम में नाबार्ड के DDM मिस वसुंधरा जी ग्रीन वर्ल्ड फाउंडेशन की डायरेक्टर सीमा सैनी BKRGB श्यामपुरा बैंक मैनेजर श्री बृजेश रावत, राजीविका के ब्लॉक अधिकारी रिंकू मीणा
ग्रीन बर्ड फाउंडेशन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर श्री बाबूलाल सैनी और संतोष यादव और अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे l नाबार्ड के डीडीएम मिस वसुंधरा जी ने बताया कि महिलाओं से बात की और सभी महिलाओं को काम में मदद करने का आश्वासन दिया और बताया कि उचित ब्याज पर बड़ी मशीनों के लिए उनका बैंक लोन करवा दिया जाएगा जिससे कि महिलाएं बड़ी मशीनों के साथ में अपना व्यापार को बड़े लेवल पर ले जा सके l ग्रीन वर्ल्ड फाउंडेशन के डायरेक्टर सीमा सैनी ने बताया कि अब महिलाएं बड़े स्तर पर काम करेगी जिनकी मार्केटिंग हम जयपुर और बड़े शहरों में करेंगे l क्योंकि उनकी डिमांड पर्यावरण खराब होने के कारण इनकी डिमांड दिन-ब-दिन बढ़ रही है क्योंकि यह इको फ्रेंडली प्रोडक्ट है और इंडिया के बाहर भी इनकी डिमांड बहुत ज्यादा है और आने वाले टाइम में अपने प्रोडक्ट को भी विदेशी बाजार में निर्यात करेंगे l आगे भी महिलाओं को इसकी मार्केटिंग एंड होल्डिंग के बारे में बताया l इसी प्रकार BRKGB बैंक मैनेजर बृजेश रावत श्यामपुरा ने भी उनका लोन जल्द से जल्द करवाने का वादा किया l कार्यक्रम के अंत में सभी 90 महिलाओं को उनके 20 _20 दिन की ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट देकर समापन किया l बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ में समाप्त हुआ l