जगह-जगह स्वागत द्वारा लगे पुष्प वर्षा कर अल्पाहार कराकर स्वागत किया।
गंगापुर सिटी श्री राम कथा सेवा समिति के तत्वाधान में किरण पैलेस में चल रही संगीतमय राम कथा के पंचम दिवस मंगलवार को बालाजी चौक से भव्य सुशोभित राम बारात मुख्य बाजार से निकल गई श्री राम बारात के स्वागत में चौपड़ बाजार खारी बाजार देवी स्टोर चौराहा व्यापार मंडल अनाज मंडी फव्वारा चौक आदि सभी चौराहे पर स्वागत द्वार लगाकर श्री राम बारात मार्ग को सुशोभित किया श्री राम की बारात में आगे घोड़े बैंड बाजा ढोल नगाड़े पर नगरवासी श्रद्धालु नाचते झूमते चल रहे थे श्री राम बारात शोभायात्रा में रथ पर सवार राम जानकी झांकी राम लक्ष्मण भारत शत्रुघ्न, महाराजा दशरथ गुरु वशिष्ठ की सजीव झांकियां देखकर नगर वासियों का मन प्रफुल्लित हुआ और उन्होंने जगह-जगह श्री राम बारात का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया किरण पैलेस में चल रही श्री राम कथा में साध्वी आराधना देवी के मुखारविंद से राम कथा वर्णन में कहा कि ऋषि विश्वामित्र श्री राम लखन को लेकर जनकपुर पहुंचे तो उससे पहले गंगा में स्नान किया साध्वी द्वारा गंगा मैया और महाकुंभ का महत्व संगीत भजन के माध्यम से बखान किया साध्वी द्वारा वैदेही राज की नगरी जनकपुरी में जब राम लखन नगर भ्रमण के लिए निकले नगर वासी श्री राम लखन की सुंदर जोड़ी दोनों राजकुमारों को देखने के लिए उमड़ पड़े जनकपुर अतिथि गृह में गुरु विश्वामित्र ने श्री राम से पूजा के लिए पुष्प लाने के लिए कहा श्री राम लखन दोनों भैया पुष्प वाटिका में पुष्प लेने पहुंचे जहां जानकी जी गौरी पूजन के लिए आई और राम जानकी एक दूसरे के दर्शन कर पुलकित हुए साध्वी द्वारा पुष्प वाटिका राम जानकी मिलन का वर्णन भजन के माध्यम से सुनने पर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए सीता स्वयंवर के लिए रंगभूमि में विश्वामित्र राम लखन को लेकर पहुंचे भरी सभा में राजा जनक ने उद्घोष करवाया की जो कोई शिव धनुष उठाकर प्रतींचा चढ़ा देगा वही सीता पति होगा सभा में संसार के एक से एक बलशाली राजाओं ने धनुष उठाने के लिए प्रयास किया लेकिन एक भी सफल नहीं हुए इस पर राजा जनक के उलाहना देने पर लक्ष्मण जी को क्रोध आ गया और उन्होंने कहा कि जिस सभा में सूर्यवंशी श्री राम विराजमान हो वहां इस प्रकार की बातें करना शोभा नहीं देता गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से श्री राम शिव धनुष उठाने पहुंचे और शिव धनुष सहित सभी को प्रणाम कर श्री राम ने धनुष उठा लिया और जैसे ही प्रत्यंचा चढ़ाने लगे तब ब्रह्मांड में जोर की आवाज के साथ धनुष टूट गया जनकपुर राजमहल में हर्षोल्लास छा गया माता-पिता की आज्ञा से सीता जी ने श्री राम जी को जयमाला पहनाई इधर किरण पैलेस जनकपुर में राम बारात के पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया और राम लक्ष्मण भारत शत्रुघ्न को राजा जनक की चारों पुत्रीऔ ने वरमाला पहनाई जिसका सचित्र चित्रण साध्वी द्वारा भजनों के माध्यम से किया और कथा पंडाल में श्रद्धालुओं में जमकर भजनों के साथ आनंद मंगल किया, भेंट अर्पित की बुधवार को श्री राम कथा में कोहवर प्रसंग जनकपुर से सीता विदाई अयोध्या आगमन की कथा होगी