गुर्जर समाज के लोगों ने रैली निकाल थाने पर दिया धरना, पुलिस प्रशासन के खिलाफ जताया आक्रोश
बयाना, 14 सितंबर। कस्बे के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भीमनगर में 6 दिन पहले कथित तौर पर स्टॉफ कैम्पर से पानी पीने की बात पर टीचर द्वारा दलित छात्र की पिटाई का मामला गर्माता जा रहा है। शिक्षक संगठनों के बाद मामले में अब गुर्जर समाज भी टीचर के समर्थन में उतर गया है।
टीचर की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए गुरुवार दोपहर को गुर्जर समाज के सैंकड़ों लोगों ने पुलिस थाने पर धरना देते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना पर तहसीलदार अमित कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। जिनसे गुर्जर समाज के लोगों ने बिना जांच के टीचर की गिरफ्तारी किए जाने और पुलिस की मौजूदगी में टीचर से मारपीट की घटना पर रोष जताया। गुर्जर समाज के लोगों ने तहसीलदार और एसएचओ सुनील कुमार को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष भूरा भगत के नेतृत्व में गुर्जर समाज के लोगों ने थाने के सामने धरना देते हुए आक्रोश जताया। लोगों का कहना था कि बच्चे की अनुशासनहीनता पर शिक्षक गंगाराम गुर्जर द्वारा बच्चे को मात्र डांटा गया था। लेकिन उसे जातिगत भेदभाव का झूठा मामला बनाकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। लोगों ने आरोप लगाया कि दलित समाज के संगठन भीम आर्मी के लोगों ने मामले को जबरन तूल दिया। जिसके दबाव में पुलिस प्रशासन ने टीचर को बिना अनुसंधान किया ही गिरफ्तार कर लिया। जबकि दलित समाज के लोगों की ओर से स्कूल में घुसकर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में टीचर के साथ मारपीट की गई थी। लोगों ने टीचर से मारपीट करने वाले सभी लोगों को तीन दिन में गिरफ्तार नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान भाजपा नेता निरंजन सूपा, राजेंद्र दमदमा, सिया गुर्जर, चंद्रभान अधाना, विजयभान , गुमान गुर्जर आदि कई लोग मौजूद रहे।
तहसीलदार अमित कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया गया है। मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।