पांच प्रमुख महायज्ञों में शामिल विशाल पितृ महायज्ञ किया


विशाल सनातन सांस्कृतिक महासम्मेलन के उपलक्ष्य में 251 कुंडिय धर्मरक्षा महायज्ञ और पांच प्रमुख महायज्ञों में शामिल विशाल पितृ महायज्ञ किया

कुल 1004 जोड़ों ने आहुतियां दी

कुशलगढ़|स्वामी दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती के उपलक्ष में आजादी के बाद शिक्षा की अलख जगाने वाले स्वतंत्रता सेनानी स्वामी स्वतंत्रतानन्दजी की तपोस्थली,कर्मभूमि, कुशलगढ़ (बांसवाडा) में विशाल सनातन सांस्कृतिक महासम्मेलन के उपलक्ष्य में 251 कुंडिय धर्मरक्षा महायज्ञ और पांच प्रमुख महायज्ञों में शामिल विशाल पितृ महायज्ञ किया गया। सुबह 8.00 बांसवाडा जिले की समस्त क्षेत्रों की तहसीलों से भक्तजनों ने बढ़चढ़ कर धर्म रक्षा महायज्ञ में आहुतियां देने हेतु शामिल हुए। पहले दिन सुबह 9 बजे से 11.00 बजे तक धर्म रक्षा महायज्ञ किया गया जिसमें कुल 1004 जोड़ों ने आहुतियां दी। कार्यक्रम का आयोजन कार्यक्रम प्रभारी दयासागर जी , थांदला, राजस्थान आर्य प्रतिनिधि सभा प्रदेश के महामंत्री श्री जीववर्धन जी शास्त्री के नेतृत्व में किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता पूज्य स्वामी प्रणवानंद जी महाराज कुलपिता श्रीमद दयानंद वेदार्ष महाविद्यालय नई दिल्ली , ने अध्यक्षता भाषण में कहा की इस क्षेत्र के अंदर ईसाई मिशनरी की संख्या बढ़ती जा रही है इनको रोकने के लिए एकता बहुत जरूरी है । मुख्य अतिथि माननीय सुरेश चंद्र आर्य प्रधान सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली, ने कहा कि इस क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के जोश को दाग देने चाहिए इस आदिवासी चंचल के अंदर इतना बड़ा कार्यक्रम सब ने मिलकर के किया यह दक्षिणी राजस्थान और भारतवर्ष के लिए एक बहुत बड़ा कार्यक्रम है सारस्वत अतिथि महात्मा ओम मुन्नी वानप्रस्थ प्रधान परोपकारिणी सभा अजमेर, ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति गृहस्थाश्रम के समय अपने मृत परिवार के सदस्यों को पिंडदान/जलांजलि अर्पित करता है या जीवित माता-पिता की सेवा करता है, तो इसे पितृ यज्ञ कहा जाता है। इस यज्ञ के माध्यम से पितरों को भी देवताओं के समान पूजनीय मानकर उनकी पूजा की जाती है। सारस्वत अतिथि पूज्य स्वामी उमानंद जी महाराज अध्यक्ष व आचार्य आर्ष गुरुकुल माउंट आबू राजस्थान, ने बताया कि मनुष्य नित्य जो पाप करता है, उनका नाश इन यज्ञों के अनुष्ठान से हो जाता है । महान् कार्य ऐसा कार्य जिसका लक्ष्य अत्यंत ऊँचा हो । विशिष्ट अतिथि श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया पूर्व कैबिनेट मंत्री राजस्थान सरकार, जयपुर , ने धर्म रक्षा के लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है एकता पानी बहुत जरूरी है।विशिष्ट अतिथि श्रीमान विश्वास जी सोनी अध्यक्ष महर्षि दयानंद सेवाश्रम थांदला ,विशिष्ट अतिथि श्रीमान विनय जी आर्य महामंत्री आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली , विशिष्ट अतिथि श्री जोगेंद्रजी खट्टर महामंत्री अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ नई दिल्ली, विशिष्ट अतिथि भीमा भाई डामोर पूर्व संसदीय सचिव राजस्थान सरकार जयपुर ,विशिष्ट अतिथि रवि नयर प्रधान आर्य समाज आदर्श नगर राजा पार्क जयपुर, विशिष्ट अतिथि किशन लाल जी गहलोत प्रधान आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान, विशिष्ट अतिथि श्री जय सिंह जी गहलोत कोषाध्यक्ष आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान , विशिष्ट अतिथि स्वामी चेतनानंद जी सरस्वती बाड़मेर, विशिष्ट अतिथि विकास राज विभाग प्रचारक बांसवाड़ा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ , विशिष्ट अतिथि श्रीमान अशोक जी सुथार विभाग कार्यवाहक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बांसवाड़ा, विशिष्ट अतिथि श्रीमान कानहींग जी रावत प्रधान पंचायत समिति कुशलगढ़, विशिष्ट अतिथि श्रीमान दाहिमा जी आईएएस पूर्व प्रमुख सचिव मध्य प्रदेश, विशिष्ट अतिथि श्रीमान योगेंद्र याग्निक ब्रह्मा यज्ञ, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर नरेश कुमार धीमान, महर्षि दयानंद चेयरअध्यक्ष स्वामी दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर , विशिष्ट अतिथि वेदप्रिय शास्त्री जी मानगढ़ धाम पुस्तक के लेखक सनातन सांस्कृतिक महासम्मेलन के मुख्य वक्ता थे।, इसके बाद 3.00 से 6.00 बजे तक आर्यवीर दल का शक्ति प्रदर्शन किया गया जिसमें भिन्न-भिन्न प्रकार के व्यायाम करके शक्ति प्रदर्शन किया गया जिसमें रितेश राठौर ,धीरज डामोर, संजय खराड़ी, लव कुमार शास्त्री,भावचंद कटरा, फतेह सिंह देवदा ,प्रकाश डामोर ,उमेश डामोर ,धीरजमाल पांडा, भावेश राठौर ,आचार्य विश्वामित्र, आचार्य धर्मवीर, हरीश शास्त्री, दिलीप शास्त्री , लखजी डिंडोर, मुकेश एड,भवानी सिंह मईडा ,गौरसिंह गरासिया रमेश चंद्र अहारी ,प्रकाश चंद्र चरपोटा ,प्रभुलाल डामोर, प्रकाश डामोर, श्यामलाल डिंडोर, दिनेश चंद्र खड़िया ,भारत लाल एड सरदार सिंह कटारा, मदन सिंह एड , कलसिंह मईडा,फतेह सिंह डिंडोर, लालाराम बारिया पार्थ दामा,मगन सिंह डामा,चरण सिंह डामोर ,रामचंद्र देवदा ,मानसिंह डामोर ,मनीष मईडा, लाल सिंह पारंगी,भूमित पांचाल देवीलाल देवदा, रमेश चंद्र सुरावत, पारसिंग कटारा, विजय सिंह मईडा, पुष्पेंद्र पारंगी, डुलेसिंग मईडा, सोहनलाल डामोर, विनोद कुमार मईडा, दिनेश चंद्र मईडा, दोलसिंह डामोर जीतमल पंडा ,राकेश कुमार पटेल,रमनसिंह चरपोटा,लालचंद डिंडोर, गलियां डोडियार,( छगनलाल गरासिया,जीतमल वसुनिया,वीरेंद्र सारेल,देवचंद राणा बहादुर सिंह कटारा, कमलेश पारगी ,दिनेश रावत, अमर सिंह डामोर बदेसिंह डामोर, जोहानसिंह देवदा ,बहादुर सिंह भाभोर,रंगजी पारगी ,माधव लाल कटारा जीतमल जी आर्य,पार्थ दामा,राकेश कुमार पटेल ,राकेश देवदा ,कैलाश एड ,रमनसिंह चरपोटा, तोलचंद मईडा ,केसर सिंह डामोर लोकेश एड ,दिनेश खड़िया पार्थ दामा , जोहान सिंह देवदा ,केसर सिंह डोडियार पोपटलाल मच्छर , कलसिंह कटारा,प्रकाश चरपोटा , तगु कटारा,विक्रमसिंह गणावा, वीपीसिंह मईडा ,सुभाष चंद्र मईडा बिजीया मईडा , दशरथ मईडा, मूलचंद खड़िया मेंधर्मेंद्र आर्य, मदन सिंह मईडा, सुखलाल मईडा, देवीलाल देवता विजय सिंह देवड़ा जयंतीलाल छगन सिंह खड़िया कोडर महाराज ज्योत्सना पांडे, चंचल बेन त्रिवेदी,हेमलता टेलर, तरुणा पंड्या चेतना चौहान, मनीष निमा , शंभुसिंह डामोर अलकेश बारिया, भूरसिंह मासर, कमलेश डिंडोर लालसिंह मुनिया, पोपटलाल मच्छर कलसिंह कटारा प्रकाश चरपोटा, तगु कटारा विक्रम सिंह गणावा वीपीसिंह मईडा,राकेश खराड़ी, प्रेमसिंह कटारा शिवलाल डामोर, धर्मेंद्र कंसारा, कमलेश तंबोलिया संजय एड कमलेश कटारा ,लखजी डिंडोर जयेश एड,सत्येन्द्र डिंडोर को रखा गया दिलीप शास्त्री लव कुमार शास्त्री , सवेसिंह डोडियार राकेश कटारा को रखा गया में भारत सिंह डिंडोर को रखा गया। आचार्य विश्वामित्र, हरीश जी शास्त्री, ओम प्रकाश आर्य, पूर्व संसदीय सचिव भीमाभाई डामोर कुशलगढ पंचायत समिति प्रधान कानहींग रावत ,राकेश खड़िया,सरदार सिंह कटारा सोहनलाल कटारा, कालू महाराज, संजय डामोर,डॉ जोहान सिंह देवदा, र पंडित कैलाश कर्मठ, पंडित हरिओम महाराज, पंडित विनोद दाधीच, पंडित ओम प्रकाश आर्य, पंडित धर्मेंद्र आर्य , पंडित नारायण खड़िया ने भजन प्रस्तुत किए ।कार्यक्रम समाज सेवी अजय निगम, कैलाश राव,कुशलगढ विधायक रमिला खड़िया,रोहित खड़िया,रजनीकांत खाब्या हंसमुखलाल सेठ, मुकेश अग्रवाल, धीरज डामोर धर्मेंद्र कंसारा,तिलोत्तमा पंड्या,तिलक मंडल के समस्त, आश्रम के विद्यार्थी, माताएं बहने और वरिष्ठ बुजुर्ग मौजूद थे। यह जानकारी कार्यक्रम मीडिया प्रभारी केसर सिंह डामोर ने दी।


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