प्रयागराज। जहां एक ओर सरकार प्रदेश भर में गांव को साफ सुथरा और स्वच्छ बनाने के लिए अनेक योजनाएं चलाकर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायतों में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय नारीबारी में चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है और नौनिहाल इसी के बीच में पढ़ने के लिए मजबूर हैं। क्षेत्र में शायद ही कोई स्कूल होगा जहां इस तरह से कचरा फेंका जाता होगा। सर्वाधिक आश्चर्य इस बात का है कि इस मार्ग से जिम्मेदारों का हमेशा आना-जाना लगा रहता है। मगर किसी का ध्यान इस गंदगी पर नहीं जा रहा है। स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा भी यहां साफ सफाई के प्रति कोई ध्यान शायद नहीं दिया जा रहा है। कचरे के ढेर पर बीमारियां पनप रही है जिसकी चपेट में विद्यालय के बच्चे कभी भी आ सकते हैं। लोगों द्वारा बताया गया कि यहां से उठने वाली बदबू से बच्चे स्कूल में भी परेशान रहते हैं। मलेरिया व डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी का भी भय हमेशा बना रहता है। इस बाबत जब खंड शिक्षा अधिकारी शंकरगढ़ शिव अवतार से दूरभाष द्वारा जानकारी ली गई तो उनका फोन नहीं उठा। अहम और बड़ा सवाल यह उठता है कि स्कूल परिसर में साफ सफाई क्यों नहीं हो रही है और इस तरह की लापरवाही को लेकर आखिर किसकी जिम्मेदारी बनती है।