नमक का दरोगा निलंबित
प्रयागराज। घूरपुर थाना के भ्रष्टाचार के खिलाफ़ खुल कर विरोध करने और उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर जांच की मांग करने वाले दरोगा राजेन्द्र प्रताप सिंह को पुलिस कमिश्नर द्वारा निलंबित किए जाने से शुक्रवार के दिन आम जनमानस में रोष देखा गया है। दिन भर लोग आपस में चर्चा करते रहे कि अवैध वसूली और भ्रष्टाचार के विरोध करने के स्वरूप दरोगा को निलंबित करना अन्याय है। जबकि थाना प्रभारी को निलंबित करना चाहिए। निलंबित न करते हुए उन्हे लाइन हाजिर मात्र किया गया है। और अन्य संलिप्त लोगों के खिलाफ़ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ईमानदार सब इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रताप सिंह लोगों में चर्चा का विषय बन चुके हैं। वही लोगों में तरह-तरह की बातें चल रही हैं कि ऐसे ईमानदार दरोगा को क्यों निलंबित किया गया जो भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया उसी को निलंबित कर दिया गया इससे माना जा रहा है कि निलंबित दरोगा राजेन्द्र प्रताप सिंह की मदद छिपे तौर से करने की तैयारी में हैं। जल्द ही घूरपुर थाना का और काला चिट्ठा खुलने वाला है। अवैध वसूली करने वाले अन्य के खिलाफ़ कार्यवाई नही किए जाने और प्रभारी के खिलाफ़ ठोस कार्रवाई नहीं किए जानें से आम जनमानस में रोष है। अब आगे क्या होगा ये आने वाला समय ही बताएगा। फिलहाल आम लोगों द्वारा उन्हें नमक का दरोगा कहते सुना जा रहा है।
राजदेव द्विवेदी