बड़ा और अहम सवाल क्या एडीओ पंचायत की टीम निष्पक्षता से कर पाएगी जांच या रहेंगे संदेह के घेरे में
प्रयागराज। दैनिक समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने पर खंड विकास अधिकारी शंकरगढ़ ने तत्परता से संज्ञान में लेते हुए टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। इस बाबत उन्होंने कहा कि इतना बड़ा भ्रष्टाचार का मामला उनकी जानकारी से परे है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। विकासखंड शंकरगढ़ के ग्राम नौढिया उपरहार
के गरीब ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास की सुखद सौगात नसीब हुई, लेकिन गाँव में मौजूद सरकारी योजनाओ के पहरेदार कहे जाने वाले तत्वों ने किस तरह से लाभार्थियों का आर्थिक उत्पीड़न किया ! इसका साक्ष्य सहित आँखों देखा हाल कुछ इस तरह है कि नौढिया उपरहार गाँव के प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी दिव्यांग छेदीलाल से जब उपहार के मुद्दे पर बात की गयी तो उसका दर्द छलक पड़ा। नम आँखों से अपने दर्द को वयां करते हुए कहा कि साहब ! क्या करें, आवास तो मिला लेकिन प्रधान और सचिव ने इमदाद के बदले जो सुविधाशुल्क बसूला उसके लिए जमीन भी बेच देनी पड़ी।
भरी आँखों से भ्रष्टाचार की कहानी सुनाने वाले का दर्द सुनकर कर पत्थर भी पिघल सकता है लेकिन धन्य हैं गांव के प्रधान ,सचिव और रोजगार सेवक जिनको कि निजी स्वार्थ के आगे कुछ नहीं सूझता। गांव की ही कुसुम कली, चमेली देवी, सरोज, मनोरमा आदि ने बताया कि क्या करें सुविधाशुल्क के लिए जतन करके पैसा जुटाकर दे दिया तो लिंटर कहाँ से डलवाएं।
“साहब! बहुत जद्दोजहद करना पड़ा सरकारी पैसा निकालने को। अब तो रोटी पर भी संकट आ गया। पता नही आगे कर्ज कब तक निपट पायेगा। बता दें कि विकास कार्य के लिए दिए गये करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए गए फिर भी मूलभूत सुविधाओं के नाम पर धन उगाही के चक्कर में नौढिया उपरहार बदहाल है व विकास कार्य आधा अधूरा है। ऐसे में सवाल उठता है कि एडीओ पंचायत की जांच टीम क्या निष्पक्षता से जांच कर पाएगी यह एक अहम और बड़ा सवाल है। जब जांच टीम के तुला राम यादव से दूरभाष पर जानकारी ली गई तो बताया गया कि पात्रों व अपात्रों कि सूची रिपोर्ट अभी तैयार नहीं हो पाई है, इंतजार करें तैयार होने पर बता दिया जाएगा।
R. D. Diwedi