पशु पक्षियों को पानी पिलाना है उनका जीवन बचाना है-डॉक्टर विनोद त्रिपाठी
प्रयागराज। गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है गर्मियों में कई परिंदे व पशुओं की मौत पानी के कमी के कारण हो जाती है। मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर अपनी प्यास बुझा लेता है लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास से तड़पना पड़ता है इसके लिए जरूरी है कि लोग पशु पक्षियों से प्रेम करें। भयंकर गर्मी तेज तेज धूप को देखते हुए आप लोग अपने अपने घरों की छतों पर पक्षियों के लिए दाना व पानी अवश्य रखें।
क्षेत्र वासियों आप लोग भयंकर गर्मी तेज धूप व लू को देखते हुए अपने अपने घरों की छतों पर बरामदे में पंछियों के लिए दाना व पानी अवश्य रखें यह पंछी आपको दुआएं देंगे इनकी दुआएं कभी खाली नहीं जाती जैसा कि भीषण गर्मी में आसमान से आग बरस रही है। गर्मी में मानव हो या फिर पशु-पक्षी सभी को ठंडे जल की तलाश रहती है। लोगों के लिए तो जगह-जगह प्याऊ व नल के साथ ही पानी की उचित व्यवस्था मिल ही जाती है, लेकिन पक्षियों को पानी के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में लोगों की जिम्मेदारी है कि वे पक्षियों के लिए दाना व पानी की उचित व्यवस्था करें, ताकि खुले आसमान और धूप में विचरण करने वाले पंछियों को राहत मिल सके। पंछियों के शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा संतुलित है इसके लिए पानी में गुड़ की थोड़ी मात्रा मिलानी चाहिए इससे गर्मी में तापमान से राहत मिलती है, और शरीर में पानी की कमी नहीं होती। उक्त बातें सावित्री नर्सिंग होम एंड ट्रामा सेंटर के प्रबंधक डॉ विनोद कुमार त्रिपाठी ने खास भेंटवार्ता में बातचीत के दौरान लोगों से अपील करते हुए कही।
R. D. Diwedi