सवाई माधोपुर 28 जुलाई। दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी आलनपुर विराजित मुनि निर्मद सागर ने रविवार को धर्माेपदेश के दौरान दान की महिमा बताते हुए कहा कि धन की शोभा दान से है। उन्होंने उदारता का मार्मिक प्रसंग सुनाते हुए स्व-पर का कल्याण करने के लिए श्रावक को हर्ष के साथ यथाशक्ति सुपात्र को दान देने पर जोर दिया। परोपकार का भाव रखने वाले व्यक्ति का जीवन मंगलमय होता है।
इसी क्रम में मुनि नीरज सागर ने कहा कि वास्तविक धर्म आत्मा की पवित्रता है। जिस प्रकार शरीर के मेल को दूर करने के लिए स्नान जरूरी है उसी प्रकार आत्मा के मेल को दूर करने के लिए दान जरूरी है। पुरुषार्थ करने से जीवन मंगलमय बनता है। धर्माेपदेश उपरांत सभी को धर्म आराधना में सक्रिय रहने का मंगल आशीर्वाद दिया।
सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान एवं समय आराधना चातुर्मास समिति के संयोजन में मुनि संघ के चातुर्मास के मंगलकलश की विधिवत स्थापना सोमवार को आलनपुर स्थित दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी में समारोहपूर्वक होगी। जिसकी तैयारी चातुर्मास समिति ने पूर्ण कर ली है।
प्रवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि चातुर्मास कलश स्थापना समारोह चमत्कारजी के विशुद्धमती सभागार में दोपहर 1.15 बजे से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ होगा। इस दौरान पंडित धीरज जैन शास्त्री व पंडित आशीष जैन शास्त्री मांगलिक क्रियाएं संपन्न कराएंगे। वहीं समाज के गायक ललित जैन गोधा भजनों की प्रस्तुति देंगे।