बौंली, बामनवास। प्राचीन तीन दिवसीय फूलडोल मेले की तैयारी रामशाला चौक बौंली में पूर्ण हो गई है, यह तीन दिवसीय मेला प्रतिवर्ष होली के बाद भाई दोज से भरने लगता है इस वर्ष भाई दोज एक दिन बाद रविवार को होगी। मेले में झूला, चकरी, मनिहारी, चाट, पकौड़ी, मिट्टी एवं अन्य बर्तनों की दुकानें सजकर तैयार हो चुकी है। यह प्राचीन मेला रामस्नेही संप्रदाय के संतो द्वारा होली के बाद फूलडोल नाम से प्रारंभ किया था तब से ही तुलसीदास जी की गुफा के बाहर रामशाला चौक बौंली नगर में प्रतिवर्ष यह तीन दिवसीय मेला भरता आ रहा है। मेले के दौरान बौंली नगर के अलावा अन्य आसपास के ग्रामीणों से महिला, पुरुष भी कृषि के समान मनिहारी मिट्टी के बर्तन एवं अन्य खरीदारी करते हैं।

1996 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 1996 से दैनिक भास्कर में बौंली, बामनवास एवं सन 2000 में दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ गंगापुर सिटी। 2003 से पंजाब केसरी और वर्तमान में राष्ट्रदूत। अनेकों चैनल व अखबारों में कार्यरत हैं। आवाज आपकी न्यूज पोर्टल में पत्रकार हैं।