सुधासागरजी महाराज को बडोदिया में आगमन के लिए श्रीफल भेंट
बडोदिया में पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए श्रीफल भेंट
मुस्कान के साथ सुधासागरजी महाराज ने बडोदिया समाज को दिया आशिर्वाद भक्तों में उत्साह
बडोदिया।आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के परम शिष्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागरजी महाराज को बडोदिया में आगमन व चातुर्मास एवं पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए श्रीफल भेंट । समाज के मुकेश खोडणिया व आशिष भैया तलाटी ने बताया कि समाज के केसरीमल खोडणिया व कांतिलाल खोडणिया के नेतत्व् में 108 सदसीय दल आगरा पहुंचा जहां मंच पर विराजमान आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागरजी महाराज को बडोदिया आगमन व पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए श्रीफल भेंटं किया । समाज के केसरीमल खोडणिया,अम्रतलाल खोडणिया,मगनलाल खोडणिया,मिठालाल खोडणिया ने कहा कि गुरूवर बडोदिया का सफेद पाषाण का मंदिर बनकर तैयार है बस आपके आगमन की राह देख रहे है भक्त । सभी भक्तों ने मुनि श्री के चरणो का पक्षालन कर वागड की खुशहाली के लिए आशिर्वाद मांगा । इस दौरान समाज के सोहनलाल दोसी,महिपाल खोडणिया,जयन्तिलाल जैन, बसंतलाल जैन, सुरेश चंद्र तलाटी,रमेश चंद्र तलाटी, पंडीत विजय कुमार शास्त्री,सुर्यकरण खोडणिया,चंद्रकांत खोडणिया,अरविंद खोडणिया,धनपाल खोडणिया,सतीष जैन, अशोक खोडणिया, सुशील खोडणिया, पवन तलाटी, कांतिलाल जैन खोडन,प्रदीप जैन, सुभाष चंद्र जैन, सुरेन्द्र दोसी,राजेन्द्र खोडणिया,बंसीलाल जैन,अनिल खोडणिया नितीन तलाटी,राजेश तलाटी, निलेश खोडणिया,दिनेश खोडणिया,अनुप खोडणिया,हैमेन्द्र तलाटी, कल्पेश जैन, राकेश खोडणिया, संतोष तलाटी,मनोज जैन,आशिष जैन,केतन जैन, अलावा बडी संख्या में वागड के श्रद्धालु उपस्थित थे ।
पीठ को सम्मुख में बदलने की ताकत बडोदिया वासी में है। इस दौरान पुज्य सुधासागरजी महाराज ने कहा कि ये वागड के वागडिया है और बडोदिया वाले है ये ऐसे दिवाने है ऐसे है कि में उस ऐरिया से में पीठ करके आगरा की तरफ हु पर ये कह रहे है कि पीठ को ही हम मुख में बदलने की चेष्ठां करते है । अभी बडोदिया की तरफ पीठ है क्योकि सारा हिस्सा उस तरफ है पर ये लोग ताकत लगाए है । पीठ को हम सम्मुख में बदलने की चेष्ठा कर रहे है और बदलने के लिए बहुत बडी भावना है पुरी बडोदिया समाज के लिए आशिर्वाद । इस अवसर पर देश विदेश के प्रख्यात मोटीवेशन प्रमुख उज्जवल पाटनी ने सुधा नाम के अग्रेजी के पांच अक्षरो में ही जीन्देगी का सार है बताया । दुरी महत्वता नही रखती समाज के केसरीमल खोडणिया व कांतिलाल खोडणिया ने कहा कि गुरूवर आपके सानिध्य में पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव हो और स्वर्ण अक्षरो में लिखा जाए । इस पर पुज्य सुधासागरजी महाराज ने कहा कि दस दिन में ढाई सो किमी तय करके चातुर्मास स्थल पहुंच सकते है तो ये सात सो किमी दुरी कोई महत्वता नही रखती तीस दिन में सात सो किमी भी तय करके बडोदिया आ सकते है बस हमारे गुरू पुज्य आचार्य विद्यासागरजी महाराज की जो आज्ञा आती है उसके अनुसार विहार होगा । महाराज श्री ने कहा कि सभी ज्यादा से ज्यादा भक्ति करो और संगठन में रहो प्रतिष्ठा महोत्सव श्रेष्ठ और आपकी भावना अनुरूप होगा। मुस्कान के साथ दिया आशिर्वाद पुज्य सुधासागरजी महाराज ने बडोदिया जैन समाज के प्रत्येक महिला पुरूष व बच्चो के निवेदन पर उनकी बात को सुनकर बडे ही हर्ष और मुस्कांन के साथ बडोदिया जैन समाज को आशिर्वाद देते हुए कहा कि पंच कल्याणक प्रतिष्ठा बडोदिया जैन समाज की भावना के अनुसार ही होगी बस कुछ समय के लिए आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज की आज्ञा अनुमती का इंतजार किजीए । उन्होंने कहा कि आचार्य श्री द्वारा जैसे ही आदेश विहार का आएगा सब अच्छा होगा । सुधासागरजी महाराज से मिले अच्छे संकेत से बडोदिया जैन समाज में खुशी छा गई और शिध्र ही प्रतिष्ठा संपन्न होने की भावना भायी । जिज्ञासा समाधान में बताया साधु हवा के समान है। मुकेश खोडणिया की जिज्ञासा पर पुज्यं सुधासागरजी महाराज ने कहा कि खुशीया ऐसी होती है जो अन्दर रहती है पर बाहर निकलने में बहुत खतरा रहता है । साधु का आने का और जाने को कोई ठीकाना नही है । साधु हवा के समान है। हवाओं का कोई भरोसा नही इसलिए न साधु को छोडकर हताश हो और न साधु पर विश्वास करो बस अपने लगन में, अपने संकल्पो में विश्वासस रखो, अपना इरादा बुलंद रखो फीर हवा अपने आप आ जाएगी।इसी प्रकार साधु के आने का और पलटने का कोई भरोसा नही है। सुधासागरजी महाराज ने अपनी मुस्कान देते हुए बडोदिया वालो को कहा कि पडे रहो दरबार में टका धनी के खाओ एक दिन ऐसा आएगा स्वयं धनी बन जाओं । शाम को बडोदिया जैन समाज द्वारा बोली के माध्यम से महाआरती की गई । बडोदिया जैन समाज के श्रद्धालुओं ने जहाजपुर के भगवान श्री मुनिसुव्रतनाथ का जलाभिषेक व शांति धारा तथा तपोदय तीर्थ बिजोलिया पारसनाथ पर जाकर 48 दीपको से भक्तामर आरती कर वागड की खुशहाली की कामना की । गुरू पूजन का सोभाग्य बडोदिया जैन समाज के एक सो आठ सदस्यों ने निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधासागरजी महाराज की पूजन राजेश तलाटी,सीमा तलाटी व आशिष भैया तलाटी के मधुर भजनों के साथ की । “चातुर्मास कलश प्राप्त कर अपने घर को लाए”पुज्य मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज के अमृत सुधा वर्षा योग 2023, आगरा पावन वर्षायोग मे भक्ति कलश स्थापना करने का पुण्यार्जक परिवार जिसमें पहला भक्ति कलश सीमा तलाटी पत्नी नितिन तलाटी परिवार, दुसरा कलश मैना देवी धर्मपत्नी धनपाल खोडणिया परिवार, तीसरा कलश शकुतंला देवी धर्मपत्नी महिपाल खोडणिया परिवार ,चौथा कलश रचना जैन धर्मपत्नी अनिल जैन पांचवा भक्ति कलश शारदा देवी धर्मपत्नी रमेश चंद्र चौखलिया परिवार छठवा कलश खोडन से मंजुला देवी धर्मपत्नी कांतिलाल जैन परिवार सांतवा कलश अशोक जैन पुत्र लक्ष्मीलाल जैन इन सभी परिवारजनों ने आगरा चातुर्मास भक्ति कलश स्थापना कर धर्मप्रभावना में व्रद्धि करते हुए बडोदिया व वागड का नाम आगरा व पुरे देश के भक्तोि के बीच में रोशन किया अब चातुर्मास समापन पर कलशो को वहां से प्राप्ता कर बडे ही भक्ति भाव से अपने घर को लाए। ये जानकारी दीपक जैन ने दी।