अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर वरिष्ठ नागरिक मंच की सदस्याओं ने की परिचर्चा
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) वरिष्ठ नागरिक मंच द्वारा महिला सदस्यो हेतु अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर परिचर्चा आयोजित की गई। महिला प्रमुख वीणा खटोड़ ने बताया कि उपस्थित सभी महिलाओं ने अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। सभी वक्ताओ ने कहा कि वर्तमान में महिलाए कंधे से कंधा मिलाकर प्रत्येक क्षेत्र में योगदान दे रही है। महिलाएं अब पूरे चूल्हे चैके को छोड़कर घर से बाहर निकल कर स्वावलंबन की ओर बढ़ रही है। महिलाए दहेज प्रथा सती प्रथा अशिक्षा से बाहर निकल कर देश के विकास में सहयोग दे रही है। महिलाए राजनीतिक प्रशासनिक वैज्ञानिक आदि क्षेत्र में आज झंडे गाड़ रही है। बेटियों को हमें संस्कारित करते रहना चाहिए। संयुक्त परिवार की प्रथा समाप्त होकर एकल परिवार की ओर हम बढ़ रहे है। इससे कई समस्याएं उत्पन्न हिंदी है। गोष्ठी में यह भी विचार सामने आया कि वर्तमान समय में मूल समस्या की जड़ बच्चों के हाथ में मोबाइल है। इसे दूर रखने का प्रयास करना चाहिए। इस दौरान मंच के वरिष्ठ सदस्य अनंत ओझा के स्वर्गवास पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। अंत मे वीणा खटोड़ ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इन्होने किये विचार व्यक्त
विमला लुहाड़िया, मंजू खटवड पुष्पा अजमेरा सुशीला छाबड़ा केसर पवार सुषमा चपलोत कुमुद सक्सेना साधना खंडेलवाल मंजू चेचानी मंजुलता भट्ट संगीता अग्रवाल, कार्यक्रम में ये सदस्याए रही उपस्थित कार्यक्रम में शकुंतला बाफना, सुमित्रा झंवर, शांता सोमानी, विष्णु कांता सोमानी, मधु गुप्ता, निर्मला लखोटिया, विमल विजय, हिम्मत व्यास, शकुंतला अजमेरा, प्रेम तापड़िया आदि उपस्थित थी।