कुशलगढ़।प्राचार्य संजय लुणावत एवं डॉ. नेहा सोनी ने अपने पुत्र स्नेहांश के मुंडन का आयोजन सादगीपूर्वक मनाते हुए एक लाख रुपए की राशि प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों की शिक्षण व्यवस्था पर व्यय करने की घोषणा की है।
यह निर्णय अपनी माता श्रीमती मनोरमा देवी लुणावत की प्रेरणा से लिया है।
उक्त राशि माय मिशन प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग के माध्यम से अभ्यर्थियों को बेहतर शिक्षण, मार्गदर्शन और व्यवस्था उपलब्ध कराने में खर्च की जायेगी।
सरकारी विद्यालय के प्राचार्य संजय लुणावत ने बताया कि अपने धन का सदुपयोग शिक्षा के क्षेत्र में किया जाना चाहिए। धार्मिक, वैवाहिक, निजी आयोजनो में ज्यादा शानो-शौकत, फालतू का खर्चा, तामझाम को कम करने का प्रयास करना चाहिए।
‘माय मिशन’ से अब तक 6000 से भी अधिक विद्यार्थी नि:शुल्क कोचिंग प्राप्त कर चुके हैं और 2000 से भी अधिक सफल हो चुके हैं।संजय गुरु दक्षिणा के रूप में अपने अभ्यर्थियों से ‘जीते-जी रक्तदान, जाते-जाते नेत्र का कार्नियादान, देहदान’ की अपील करते हैं। संजय ने “लाइफ फॉर नेशन” थीम के साथ “एंटी सुसाइड कैंपेन” शुरू किया है।
सुसाइड्स फ्री यूनिवर्स संकल्प समिति’ द्वारा चलाये जा रहे “आत्महत्या मुक्ति अभियान” में संजय को “राष्ट्रीय प्रशिक्षक” अधिकृत किया है।संजय को जैन धर्म का सर्वोच्च सम्मान “श्री गुरु सौभाग्य गौरव” पुरस्कार 2024 में प्रदान किया गया है।
यह मुंडन समारोह फतेश्वर महादेव मंदिर एवं वागोल जी पार्श्वनाथ तीर्थ में मनाया गया।