भरतपुर, 09 सितम्बर। जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा जिले में 58वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रमों की श्रंखला में ‘आपसी समझ और शांति के लिए बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना‘ थीम पर सोमवार को एस.वी.के सीनियर सैकण्डरी विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्याम सिंह एवं विशिष्ट अतिथि जिला साक्षरता अधिकारी मनोज कुमार ने की।
कार्यक्रम के अध्यक्ष अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षा की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है यह दिवस साक्षरता के महत्व और शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने एवं साक्षर व्यक्ति को न केवल पढ़ने-लिखने में सक्षम बनाती है बल्कि उसे समाज में अपनी भूमिका समझाने और जीवन में नये अवसरों का लाभ उठाने में मदद करती है। उन्होंने बहुभाषी शिक्षा में साक्षरता एवं उसका महत्व, बालिका शिक्षा की वर्तमान स्थिति एवं डिजिटल साक्षरता के महत्व के बारे में बताया।
उपनिदेशक महिला अधिकारिता राजेश कुमार ने बताया कि शिक्षा से ही समाज व राष्ट्र का निर्माण हो सकता है साथ ही छात्राओं को साक्षर होने के साथ ही डिजिटल साक्षर होना भी अतिआवश्यक है। उन्होंने विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में छात्राओं के द्वारा चित्रकला एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को चित्रकला में कीर्ति, प्रियंका, अमृता एवं भाषण प्रतियोगिता में तनिष्का, हिमांशी, अनुशिका को मूमेंटों प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। अध्यापिका उमा चौधरी द्वारा आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में जेंडर स्पेशलिस्ट पूजा बशुमति, आई.एम.शक्ति केन्द्र प्रशासक नीरज कुंतल एवं ज्योति चौधरी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कुल 120 छात्राऐं उपस्थित रहीं।