मेवात सांप्रदायिक हिंसा को लेकर विरोध, परशुराम सेना के कार्यकर्ताओं ने पीएम के नाम सौंपा ज्ञापन, हिंदू श्रद्धालुओं की सुरक्षा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
बयाना, 3 अगस्त। हरियाणा के नूंह जिले के मेवात इलाके में पिछले दिनों हुई सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में बयाना में ब्राह्मण समाज के संगठनों ने रोष जताया है। राष्ट्रीय परशुराम सेना संघ के पदाधिकारियों ने गुरुवार दोपहर एसडीएम कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र शर्मा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दंगे के दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने और समुदाय विशेष के चंगुल में फंसे हिंदू समाज के लोगों को जल्द से जल्द कराने की मांग की है। एसडीएम कार्यालय में मौजूद ब्राह्मण समाज के लोगों ने बताया कि पिछले दिनों हिंदू श्रद्धालुओं की ओर से मेवात इलाके में धार्मिक जुलूस निकाला जा रहा था। तभी समुदाय विशेष के लोगों ने जुलूस पर पथराव करते हुए वाहनों में आग लगा दी। समुदाय विशेष के लोगों ने हिंदू समाज के श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों और अन्य हथियारों से हमला कर दिया। ऐसे कई हिन्दू श्रद्धालुओं की मौत भी हो गई। समुदाय विशेष के लोगों ने अभी भी कई हिंदुओं को अपने चंगुल में लेकर बंधक बना रखा है। घटना से संपूर्ण देश के हिंदू समाज में आक्रोश व्याप्त है। वहीं श्रद्धालुओं में भी असुरक्षा की भावना आ गई है। इन दोनों बृज चौरासी कोस की परिक्रमा भी चल रही है। ऐसे में परिक्रमार्थियों की जान को भी खतरा पैदा हो गया। इस मौके पर परशुराम सेना संघ के जिला उपाध्यक्ष विनोद उपाध्याय, जिला महामंत्री अमित लवानिया, ब्राह्मण समाज के पूर्व अध्यक्ष बलदेव तिवारी, विप्र सेना अध्यक्ष नवल किशोर शर्मा ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण उपाध्याय, तहसील अध्यक्ष दिनेश दत्तात्रेय, माखन पंडित, प्रमोद पाठक, अरविंद कुमार, दीनू तिवारी, पंकज शर्मा, अंतिम पाराशर, माधवेंद्र, राहुल, चिराग, मोनू आदि कई लोग मौजूद रहे।