लुहारिया में दो पक्षों में झगड़ा, तीन की हालत गंभीर
लकड़ियों से भरी कीचड़ में फंसी गाड़ी निकलवाने के लिए मना किया तो आधा दर्जन युवकों के साथ कर डाली मारपीट, तीन की हालत गंभीर जिला अस्पताल में भर्ती
कार्रवाई नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने बाजार बंद कर शुरू किया प्रदर्शन
भीलवाड़ा, मूलचन्द पेसवानी।
भीलवाड़ा जिले के मांडल थाना अंर्तगत लुहारिया गांव में बीती देर शाम लकड़ियों से भरी कीचड़ में फंसी गाड़ी को निकलवाने से मना करने पर समुदाय विशेष के एक दर्जन युवकों ने कोयला भट्टी पर काम कर रहे आधा दर्जन युवकों पर ताबड़तोड़ हमला कर मारपीट कर डाली। मारपीट से सभी घायल हुए है जबकि तीन युवकों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सरपंच पति भैरूलाल सालवी ने बताया कि उसके चचेरे भाई सोहनलाल बलाई सहित दिनेश गाडरी, सुखदेव गाडरी, रामचंद्र गाडरी, रतन गाडरी और सद्दाम उस्ता एक कोयला भट्टी पर लकड़ियों की गाड़ी भर रहे थे। इसी बीच शाकिर पिता हफीज खां ने आकर कीचड़ में गाड़ी फंसी होने की बात कहकर मदद के लिए बोला तो सभी ने कीचड़ में फंसी गाड़ी को निकलवा दिया किंतु कुछ ही देर बाद शेरू पिता मजीद खां पिता मजीद खां अपने साथ मुस्तफा पिता अमीन खां, रफीक पिता मोमिन खां, दिलशाद पिता पीरू खां सहित करीब एक दर्जन युवकों को लेकर पहुंचा और कहा एक बार और गाड़ी को निकलवाना पड़ेगा। इस पर वहां मजदूरी कर रहे सभी युवकों ने समय नहीं होने का हवाला देते हुए मना कर दिया। जिसपर भड़के शेरू और उसके साथ आए लोगो ने लाठियों और अन्य हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। मारपीट में आधा दर्जन घायल हो गए जिनमें दिनेश गाडरी, रतन गाडरी, सद्दाम उस्ता को गंभीर चोटें आईं जिनका जिला अस्पताल में उपचार जारी है।
मामले की रिपोर्ट थाने में देने के बावजूद पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करने और कार्रवाई में ढिलाई करने से खफा ग्रामीणों ने सोमवार सुबह से बाजार बंद करा दिए और टेंट लगाकर महिला – पुरुषो ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और गिरफ्तारी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। इस पर पुलिस ने माहौल बिगड़ता देख जाब्ता तैनात कर दिया और ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास शुरू कर दिए हैं। थानाधिकारी मुकेश कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की पुलिस मिलीभगत से कार्रवाई नही हो रही है। इसीलिए जब तक गिरफ्तारी नही होती प्रदर्शन जारी रहेगा।