आत्मनिर्भर बन राधा बनी माता-पिता की मददगार


पढाई के साथ-साथ स्वरोजगार

नदबई |हुनर हो और हाथ के दस्तकार, ऐसा व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्ति करता है,वह कभी रोजगार को नही भटक सकता,जहां भी वह अपना रोजगार स्थापित करेंगा,वह अवश्य सफल होगा। ये सत्य है और विद्वान सन्त व लेखकों ने भी यही बात की। सरकार भी यही चाहती है कि सभी आत्मनिर्भर बने और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाये। ऐसा नजारा मथुरा जिले के बरसाना निवासी राधा कुमारी पुत्री महावीर ने सत्य कर दिखाया। जिसने एकल ग्रामोत्थान फाउण्डेशन के द्वारा संचालित स्किल डवलपमेन्ट सेन्टर पर मेहन्दी का प्रशिक्षण प्राप्त आत्मनिर्भर बन परिवार के लालन-पालन में माता-पिता की मददगार बन गई और स्वरोजगार के साथ-साथ उच्च शिक्षा की पढाई एवं मेहन्दी के बाद व्यूटी पाॅर्लर का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। साथ ही भाई-बहिनों की पढाई में सहयोग। ये शादी- विवाह,उत्सव आदि में मेहन्दी डिजाइन्स और व्यूटी पाॅर्लर के कार्य से प्रति माह 8 से 10 हजार रूपए हासिल कर लेती है। एकल ग्रामोत्थान फाउण्डेशन के अध्यक्ष व जलदाय विभाग के रिटायर्ड एक्सईएन सुरेशचन्द बंसल ने बताया कि फाउण्डेशन के चेयरमैन अरूण गुप्ता व रेणु गुप्ता का उद्देश्य है कि किशोरी बालिका विकास, रोजगार, प्राकृतिक खेती-बागवानी, गौवंश पालन,पर्यावरण व वन सम्प्रदा संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता,महिला सशक्तिकरण,ग्रामीण विकास आदि को बढावा मिले और बेरोजगार लोग आत्मनिर्भर बने। उन्होने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा मथुरा जिले के बरसाना देहात में किशोरी बालिका विकास व आत्मनिर्भर बनाने के लिए गैर आवासीय स्किल डवलपमेन्ट प्रशिक्षण सेन्टर खोला गया। जहां मेहन्दी,व्यूटी पाॅर्लर,सिलाई,कम्प्यूटर ज्ञान,संगीत, अचार-मुरब्बा निर्माण,तुलसी माला निर्माण आदि प्रशिक्षण जारी है। सेन्टर पर बरसाना एवं आसपास के कई गांवों की किशोरी वं महिलाए प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। मेहन्दी प्रशिक्षण का पहला बैच पूरा हो गया। मेहन्दी का प्रशिक्षण प्राप्त कई किशोरियां मेहन्दी की कढाई से परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में माता-पिता की मददगार बन रही है। जो 8 से 12 हजार रूपए मासिक आय कर लेती है।
बरसाना निवासी राधा कुमारी पुत्री महावीर ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत कमजोर थी,पिता मेहनत मजदूरी तथा माता राजवती घरेलू कार्य व मजदूरी करती है। परिवार में माता-पिता के अलावा 5 बहिन और 2 भाई है। पैसा के अभाव में भाई-बहिन और मेरी पढाई नही हो पा रही थी। पडौसी घर की एक महिला ने बताया कि बरसाना देहात ज्ञानी वाली गली में सेन्टर चलता है,जहां केवल किशोरी और महिलाओं को कई प्रकार के प्रशिक्षण दिये जा रहे है। आप भी प्रशिक्षण प्राप्त कर लो। उन्होने बताया कि सेन्टर पर गई,जहां प्रभारी कमलेश चौधरी से सम्पर्क हुआ। जिन्हे परिवार की हालत से अवगत कराया और आत्मनिर्भर बनने की इच्छा प्रकट की। कमलेश चौधरी ने मेरा मेहन्दी प्रशिक्षण में प्रवेश दिला दिया और 6 माह का प्रशिक्षण प्राप्त कर आधुनिक डिजाइन्स की मेहन्दी लगाने सीख लिया। अब प्रतिदिन मेहन्दी लगाने पर 250 से 400 रू प्राप्त हो जाते है। शादी-विवाह एवं अन्य उत्सव पर लोग एडवांस में मेहन्दी लगावाने के बुकिंग कर कराने लगे है। जिससे मेरी आय 15 हजार रूपए तक हो जाती है। उन्होने बताया कि मेहन्दी का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अब व्यूटी पाॅर्लर का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हूं। साथ ही मेरी और भाई-बहिनों की पढाई जारी रख परिवार के लालन-पालन में माता-पिता का सहयोग कर देती हूं। साथ ही प्रतिदिन 100 रू की बचत कर बैंक में जमा देती हूं। जो पैसा शादी में काम आ जाऐगा। केंद्र प्रभारी कमलेश चौधरी ने बताया कि बरसाना में चल रहे केंद्र पर 100 से अधिक किशोरी और महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं जिन्हें मेहंदी ब्यूटी पार्लर सिलाई कंप्यूटर आदि का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now