शाहपुरा|शाहपुरा क्षेत्र के राजपूत समाज द्वारा धनोप शक्तिपीठ में सामूहिक कन्या पूजन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 551 कन्याओं का विधिवत पूजन किया गया। कार्यक्रम में पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार कन्याओं के चरण प्रलेखन, लच्छा बांधने, रोली तिलक और नारियल तथा दक्षिणा भेंट करने की रस्में निभाई गईं। इसके बाद सामूहिक आरती का आयोजन हुआ और विरेंद्र प्रताप सिंह भीमपुरा द्वारा कन्याओं को पाठ्य सामग्री भेंट की गई, जिससे कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग अत्यंत प्रसन्न हुए।
इस कार्यक्रम में समाज की एकता और सम्मान का विशेष ध्यान रखा गया। सबसे अधिक संख्या में कन्याओं को लाने वाले आर्किटेक्ट लादू सिंह बबराणा का सम्मान विशेष रूप से किया गया। उन्हें साफा बांधकर मातेश्वरी की तस्वीर भेंट की गई।
समाज की एकता और सहयोग की भावना को प्रकट करते हुए, धनोप शक्तिपीठ प्रन्यास अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणावत ने सभी समाजजनों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समाज की प्रगति और बालिकाओं के अधिकारों की दिशा में एक प्रेरक कदम है। इस तरह के कार्यक्रमों से न केवल समाज में एकजुटता बढ़ती है, बल्कि यह भी संदेश जाता है कि समाज कन्याओं की शिक्षा और उनके भविष्य के प्रति सजग और समर्पित है।
समाजसेवी गोपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि यह समाज के सहयोग से आयोजित यह तीसरा कार्यक्रम है, और इसे भविष्य में भी अनवरत जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज की ओर से कन्याओं की शिक्षा, संस्कार और समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए विशेष योजनाएँ बनाई जा रही हैं। इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि कन्या पूजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि समाज के कल्याण और बालिकाओं के अधिकारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कन्या पूजन के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेंद्र सिंह शेखावत (जिला कलेक्टर, शाहपुरा), देवराज सिंह (थाना अधिकारी, फूलिया), शाहपुरा राजपरिवार के मुखिया जयसिंह शाहपुरा, भूपेंद्र सिंह सावर, भामाशाह शैलेंद्र सिंह शक्तावत (पिपलाज) शामिल थे। महावीर सिंह तोमर (केकड़ी), नरपत सिंह (गुड़गांव), जय सिंह (सरसूंदा), अर्जुन सिंह, लवराज सिंह ढोकलिया, कुलदीप सिंह तहनाल शामिल थे।
कार्यक्रम का संचालन गोपाल सिंह राठौड़ कादेड़ा द्वारा किया गया, जिनके नेतृत्व में पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। कन्या पूजन के इस भव्य आयोजन ने न केवल समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाया, बल्कि समाज में बेटियों की महत्वता को भी एक बार फिर स्थापित किया। उपस्थित लोगों ने इस आयोजन की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ उनकी शिक्षा और सम्मान को भी बढ़ावा देते हैं। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी क्षत्राणियों और क्षत्रिय समाज के सदस्यों ने एकजुट होकर कन्याओं के प्रति सम्मान प्रकट किया और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों में सहयोग देने का वादा किया।