बेतरतीब सड़क खुदाई से जनजीवन अस्त-व्यस्त, पानी व इंटरनेट लाइनें टूटीं


दिनभर लोगों की आवाजाही रूकी, छोटे बड़े धूल से हो रहे है परेशान

शाहपुरा नगर में राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत निर्माणाधीन सीसी सड़क परियोजना ने लोगों के लिए परेशानी का सबब खड़ा कर दिया है। खानिया का बालाजी मंदिर से त्रिमूर्ति चैराहा तक बनने वाली 1.35 करोड़ रुपये लागत की इस सड़क के निर्माण से पूर्व की जा रही खुदाई में लापरवाही सामने आई है। बिना किसी पूर्व सूचना के की गई इस खुदाई के चलते पानी और इंटरनेट की लाइनों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे गांधीपुरी और आसपास के क्षेत्र के नागरिकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिन भर खुदाई चलने के कारण लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं दिन भर धूल उड़ने के कारण घरों में निवास करने व आवाजाही करने वाले लोग परेशानी के साथ ही फैफड़ों से संबंधित रोगों से परेशान होने लगे है।
खुदाई के दौरान पांच स्थानों पर पेयजल पाइपलाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे नलों में गंदा, बदबूदार पानी आने लगा। कई घरों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। इसके अलावा बीएसएनएल की इंटरनेट लाइनों के टूटने से कार्यालयों, दुकानों और विद्यार्थियों को अत्यधिक असुविधा हुई है। आज के डिजिटल युग में इंटरनेट बंद होने से कई कार्य रुक गए हैं।
स्थानीय नागरिकों ने नाराजगी जताते हुए बताया कि न तो जलदाय विभाग, न कार्यकारी एजेंसी और न ही निर्माण से जुड़े ठेकेदार ने लोगों को कोई पूर्व सूचना दी कि सड़क खुदाई होने जा रही है। यदि समय रहते सूचना दी जाती, तो लोग कुछ वैकल्पिक इंतजाम कर सकते थे। अब स्थिति यह है कि शिकायत करने के बाद भी कोई अधिकारी या ठेकेदार मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे लोगों का गुस्सा और अधिक बढ़ गया है।
गांधीपुरी व आस-पास के निवासियों ने साफ कहा कि विकास कार्यों का स्वागत है, लेकिन इससे पहले यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि जनजीवन प्रभावित न हो। लोगों ने मांग की है कि सड़क निर्माण कार्य शुरू करने से पहले जलदाय, दूरसंचार व अन्य संबंधित विभागों से समन्वय किया जाए ताकि जरूरी लाइनों को सुरक्षित रखा जा सके।
स्थानीय निवासी रमेश कुमार, संगीता बहन, कृष्णगोपाल मूंदड़ा, कृष्णकुमार गौड़ आदि ने बताया कि पिछले दो दिनों से उन्हें न तो पीने का साफ पानी मिल रहा है और न ही इंटरनेट सेवाएं चालू हो पाई हैं। विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई और परीक्षाओं में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि दुकानदारों का ऑनलाइन भुगतान भी बाधित हो गया है।
नागरिकों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नगरपालिका प्रशासन से अपील की है कि वे तुरंत मामले में हस्तक्षेप करें और निर्माण कार्य की निगरानी सुनिश्चित करें। नागरिकों का कहना है कि जब तक खुदाई के कारण हुई क्षति की मरम्मत नहीं होती और लोगों को राहत नहीं मिलती, तब तक निर्माण कार्य को रोक दिया जाए।

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