नियमित सामायिक से जीवन में समता का विकास होता है – समणी भावित प्रज्ञाजी


सवाई माधोपुर 5 जनवरी। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में स्थानीय तेरापंथ युवक परिषद आदर्शनगर द्वारा नववर्ष के प्रथम रविवार को अणुव्रत भवन आदर्शनगर में अभिनव सामायिक फेस्टिवल का आयोजन समणी निर्देशिका भावितप्रज्ञाजी के सानिध्य में किया गया।
तेरापंथ युवक परिषद के संगठन मंत्री भीकम जैन सूरवाल ने बताया कि देशभर में 5 जनवरी को अभिनव सामायिक को व्यापक रूप देने के लिए इस आध्यात्मिक फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। अणुव्रत भवन आदर्शनगर में आयोजित इस अभिनव सामायिक फेस्टिवल का शुभारंभ समणी निर्देशिका भावितप्रज्ञाजी के नमस्कार महामंत्र उच्चारण से हुआ। अभिनव सामायिक को जप योग, ध्यान योग, स्वाध्याय योग व त्रिगुप्ति साधना के साथ पूर्ण मनोयोग से किया गया। स्वाध्याय योग के अंतर्गत समणी भावितप्रज्ञाजी ने बताया कि नियमित सामायिक से समता की भावना पुष्ट होती है और 18 पापों से बचा जा सकता है। सामायिक का महत्व बताते हुए समणीजी ने बताया कि 48 मिनट की सामायिक साधना से 84 लाख जीव योनि में भव भ्रमण सीमित होता। सामायिक 24 तीर्थंकरों की आज्ञा में है। सामायिक 12 व्रती श्रावक के लिए अनिवार्य है। इससे 6 काया के जीवों की विराधना रुकती है। जैन धर्म के 3 रत्नों की प्राप्ति होती है व मनुष्य एकत्व (आत्मतत्व) के निकट स्थापित होता है। अभिनव सामायिक फेस्टिवल में युवक परिषद के साथ तेरापंथी सभा व महिला मंडल ने भी उत्साह से भाग लिया। मंगल पाठ के साथ अभिनव सामायिक फेस्टिवल सानंद संपन्न हुआ।


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