कुशलगढ़| रेसला ब्लॉक अध्यक्ष लालसिंह मईडा ने अपना जन्म दिवस घर परिवार मित्रों के साथ सामान्य तरीके से मनाया। इस शुभ अवसर पर उन्होंने समाज के नाम पांच पौधे लगाकर दिवस को विशेष बनाया। साथ हि समाज के नाम संदेश दिया की प्रकृति में दिनों दिन पेड़ों की कटाई होने से संतुलन बिगड़ रहा है। तापमान बढ़ रहा है। पेड़ पौधों की कमी से ही ग्रीन हाउस प्रभाव का असर बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से वातावरण में क्लोरोफ्लोरोकार्बन की मात्रा बढ़ने से कई प्रकार के प्रभाव देखने मिल रहे हैं। जैसे अत्यधिक वर्षा होना,आंधी तूफान का आना,तापमान का बढ़ना, वातावरण में ऑक्सीजन की कमी,कार्बन डाइऑक्साइड में वृद्धि ऐसे कई प्रभाव पेड़ पौधों के की कमी के कारण हो रहे है। कोरोना काल में ऑक्सीजन का महत्व आवश्यकता किस कदर रही यह सब भली भांति जानते हैं ।एक जमाना था की अरावली की पहाड़ियों में घने जंगल हुआ करते थे लेकिन सरकार ने वन अधिनियम कानून के साथ-साथ स्थानीय समितियां के जरिए जंगल की सुरक्षा हेतु स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने से,स्थानीय सुरक्षा समितियों के लोगों ने ही अपने निजी स्वार्थ के लिए पेड़ों को अत्यधिक काटा,और तस्करी कि जा रही है,जिसकी वजह से आज वर्तमान में जंगल लगभग समाप्त होने की कगार पर है। इस अवसर पर सभी समाज जन को यह संदेश दे रहा हूं की हर गांव में, हर घर में, हर सड़क किनारे पौधे लगाए और उनकी सुरक्षा करें । साथ ही जो अच्छे संपन्न लोग हैं वह इस हेतु पूरा-2 गांव गोद लेकर के प्रकृति संतुलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं , पौधे लगाने हेतु प्रेरित कर सकते हैं। इस तरह से एक छोटी सी पहल कि शुरुआत सभी अपने-अपने घर परिवार से करें तो निश्चित रूप से प्रकृति के संतुलन बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होगी।