बडोदिया| मध्य प्रदेश झाबुआ निवासी पद्मश्री पुरस्कार 2023 से पुरस्कृत हस्तशिल्प कलाकार रमेश परमार और शांति परमार आज बड़ोदिया कस्बे में संचालित द विवेकानंद अकादमी में आए और संस्थान के निदेशक तरुण त्रिवेदी ने शॉल ओढाकर उन दोनो का सम्मान किया। परमार ने अगली बार विद्यालय के विद्यार्थियों को गुड़िया बनाने की कला सिखाने के लिए आने की बात कही। परमार दंपति के साथ शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मध्य भारत के संयोजक ओम जी शर्मा भी उपस्थित रहे। इस दौरान संस्थान के निदेशक तरुण त्रिवेदी के अलावा तरूण शाह व विद्यालय स्टा फ उपस्थित था। पद्मश्री परमार दंपति बीते 30 साल से जनजातीय गुड़िया बनाते हैं । जिसे पारंपरिक जनजातीय पोशाक से तैयार करते हैं । इसी तरह से जनजातीय खिलौनों का निर्माण करते हैं । देश भर के कई हस्तशिल्प मेलों में इन खिलौनों और जनजातीय गुड़िया के जरिए रमेश और उनकी पत्नि शांति परमार जनजातीय कला संस्कृति और परंपरा को घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं । पद्मश्री से सम्मानित इस युगल ने अब तक 100 से ज्यादा राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मेलों में भाग लिया है । कई अंतर्राष्ट्रीय मेलों में भी शिरकत कर चुके हैं ।